पीएम मोदी ने भगवान विश्वकर्मा की पूजा की और उन्हें झुककर प्रणाम किया। विश्वकर्मा योजना से पारपंरिक व्यवसायों से जुड़े लोगों को लाभ मिलेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने विश्वकर्मा योजना के शुंभारंभ के बाद 18 व्ययसाय से जुड़े लोगों से मुलाकात की और उनसे बातचीत की।
13,000 करोड़ की विश्वकर्मा योजना गरीब कौशल कामगारों के लिए संजीवनी होगी। इस योजना के तहत कामगारों की स्किल्स को और भी बेहतर बनाएगी।
इस योजना से बढ़ई, नाव बनाने वाले, लोहार, मरम्मतकार,सुनार, लोहार, मूर्तिकार, मोची, राज मिस्त्री, अस्त्र बनाने वाले, नाई, धोबी, दर्जी, मालाकार, मछली का जाल बनाने वाले आदि व्ययसाय से जुड़े लोगों को लाभ मिलेगा।
विश्वकर्मा योजना के लिए 13 हजार करोड़ रुपए कर्च किए जाएंगे। इस योजना से देशभर के 30 लाख पारंपरिक कारीगरों को अपने कौशल को बढ़ाने का मौका मिलेगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, योजना के पहले चरण में 5 प्रतिशत ब्याज दर से 1 लाख रुपए का लोन कारीगर ले सकेंगे। वहीं आगे चलकर ये दो लाख कर दिया जाएगा।
योजना के तहत आर्थिक मदद दी जाएगी और ट्रेनिंग का अवसर भी मिलेगा। ट्रेनिंग के लिए मॉर्डन तकनीक, ग्रीन तकनीक, ब्रांड प्रमोशन के साथ हुनरमंद लोगों को उनके कौशल के हिसाब से सरकार औजार उपलब्ध कराएगी।