क्या केवल 30 मिनट की नींद आपकी जिंदगी को 'दोगुना' कर सकती है? जानें जापान के डेसुके होरी की अनोखी नींद की दिनचर्या और इसके फायदे, और विशेषज्ञों की राय।
नयी दिल्ली। आमतौर पर माना जाता है कि एक स्वस्थ जीवनशैली के लिए प्रतिदिन 6 से 8 घंटे की नींद जरूरी होती है। लेकिन जापान के एक व्यक्ति डेसुके होरी ने स्वस्थ रहने के लिए जरूरी मानी जाने वाली इस लाइफस्टाइल को चुनौती दी है। वह पिछले एक दशक से भी अधिक समय से केवल 30 मिनट की नींद ले रहे हैं और अपनी उम्र को "दोगुना" करने का दावा करते हैं। इस असामान्य नींद की दिनचर्या ने दुनिया भर के लोगों का ध्यान खींचा है। आइए जानते हैं कि कैसे उन्होंने असंभव दिखने वाली लाइफस्टाइल को संभव कर दिखाया और क्या यह सच में स्वस्थ जीवन के लिए फायदेमंद है?
काम के लिए ज्यादा घंटे मिले, इसलिए शुरू कर दी नींद में कटौती
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, डेसुके होरी ने अपनी उम्र को दोगुना करने के लिए हर दिन सिर्फ 30 मिनट की नींद लेते हैं। 40 वर्षीय यह जापानी उद्यमी पश्चिमी जापान के ह्योगो प्रांत का रहने वाला है और उनका दावा है कि उन्होंने अपने शरीर और मस्तिष्क को इस तरह से ट्रेंड किया है कि वह कम नींद के बावजूद सामान्य रूप से काम कर सकते हैं। डेसुके ने 12 साल पहले अपनी नींद में यह कटौती शुरू की। ताकि उनके पास काम के लिए ज्यादा घंटे हों।
डेसुके का दावा-वर्क एफिशिएंसी में सुधार
डेसुके के अनुसार, डेली सिर्फ 30 मिनट नींद लेने की प्रैक्टिस से उनकी वर्क एफिशिएंसी सुधरी है। उनका मानना है कि कि लंबी नींद के बजाय हाई क्ववालिटी वाली नींद ज्यादा कारगर होती है। खासकर उन लोगों के लिए जिनके काम में कंसन्ट्रेशन की ज्यादा जरूरत होती है। उनका कहना है, "डॉक्टर और फायर फाइटिंग के काम से जुड़े लोग कम समय तक आराम करने के बाद भी काम करने की हाई कैपेसिटी रखते हैं। इसकी वजह उनकी हाई क्वालिटी वाली नींद है।
जापान की योमिउरी टीवी ने 3 दिन तक की स्टडी
डेसुके की डेली नींद पर जापान की योमिउरी टीवी ने तीन दिनों तक स्टडी की। एक एपिसोड में, उन्होंने केवल 26 मिनट की नींद ली, फिर भी तरोताजा होकर उठे, नाश्ता किया, काम पर गए और यहां तक कि जिम भी गए। दिन में नियमित व्यायाम करना और भोजन से पहले कॉफी पीना, जिससे उनींदापन नहीं होता। उनकी डेली रूटीन का मुख्य हिस्सा है।
देते हैं अल्ट्रा-शॉर्ट स्लीपर्स ट्रेनिंग
डेसुके ने 2016 में जापान शॉर्ट स्लीपर्स ट्रेनिंग एसोसिएशन की स्थापना की, जहां वह लोगों को अल्ट्रा-शॉर्ट स्लीपर बनने की कला सिखाते हैं। अब तक 2,100 से अधिक छात्र उनके गाइडेंस में इस तकनीक को अपना चुके हैं। उनके छात्रों में से एक ने आठ घंटे की नींद को घटाकर 90 मिनट तक कर लिया और पिछले चार वर्षों से इस आदत को बनाए रखा है, साथ ही उसने अपनी शारीरिक और मानसिक सेहत को भी बनाए रखा है।
25,000 में से सिर्फ एक में पाई जाती है यह क्वालिटी
हालांकि डेसुके होरी के इस असाधारण अभ्यास ने लोगों के बीच एक नई बहस छेड़ दी है, विशेषज्ञ इसे सभी के लिए सुरक्षित नहीं मानते हैं। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार, कुछ लोगों में ऐसा आनुवंशिक परिवर्तन पाया जाता है जो उन्हें डेली रात में केवल 6.5 घंटे से कम सोने की अनुमति देता है, लेकिन यह बहुत दुर्लभ है। लगभग 25,000 लोगों में से केवल एक व्यक्ति में यह क्वालिटी पाई जाती है।
सीडीसी ने कहा-7 घंटे की नींद जरूरी
अमेरिकी रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) ने नींद के समय के संबंध में दिशा-निर्देश भी दिए हैं। वयस्कों के लिए कम से कम 7 घंटे की नींद को अनिवार्य बताया गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि नींद शरीर और मस्तिष्क के पुनर्निर्माण के लिए महत्वपूर्ण है और इसकी कमी से हृदय रोग, याददाश्त की समस्या, रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।