Good Fat vs Bad Fat: क्या आप जानते हैं फैट के दो प्रकारों का फर्क? जानें कैसे ब्राउन फैट मदद करता है कैलोरी बर्न करने में और व्हाइट फैट बढ़ाता है वजन। फिटनेस कोच से पाएं एक्सपर्ट टिप्स।
Good Fat vs Bad Fat: आजकल की लाइफस्टाइल और बढ़ती बीमारियों के कारण फिट रहना बेहद जरूरी हो गया है। हममें से कई लोग वजन घटाने और बीमारियों जैसे डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, और हार्ट अटैक से बचने के लिए लगातार मेहनत कर रहे हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि फैट सिर्फ वजन बढ़ाने वाला दुश्मन ही नहीं, बल्कि एक ऐसा तत्व भी है जो हमारे शरीर के लिए कई तरह से जरूरी है?
फिटनेस और लाइफस्टाइल कोच ल्यूक कॉउटिन्हो (Luke Coutinho) ने हाल ही में अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए ब्राउन फैट (Brown Fat) और व्हाइट फैट (White Fat) के बीच का फर्क समझाया है। इसमें उन्होंने बताया कि किस प्रकार 'गुड फैट' और 'बैड फैट' हमारे शरीर को अलग-अलग तरीकों से प्रभावित करते हैं, और कैसे हम इन दोनों का सही इस्तेमाल कर सकते हैं।
फैट क्या है?
फैट या वसा हमारे शरीर के लिए ऊर्जा का एक प्रमुख स्रोत है। हालांकि, सभी फैट एक जैसे नहीं होते। यह मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं-ब्राउन फैट और व्हाइट फैट। दोनों का शरीर में अलग-अलग रोल होता है और उनके स्वास्थ्य पर अलग-अलग प्रभाव होते हैं।
गुड फैट और बैड फैट में अंतर
गुड फैट यानी ब्राउन फैट हमारे शरीर के लिए फायदेमंद होता है। यह न केवल ऊर्जा जलाता है, बल्कि शरीर को गर्म रखने में भी मदद करता है। दूसरी तरफ, बैड फैट यानी व्हाइट फैट शरीर में अधिक मात्रा में होने पर समस्याएं पैदा करता है। यह ऊर्जा को स्टोर करता है और अधिक मात्रा में जमा होकर मोटापे की वजह बन सकता है।
ब्राउन फैट: 'गुड फैट' की ताकत
ब्राउन फैट को 'गुड फैट' कहा जाता है क्योंकि यह कैलोरी को जलाकर शरीर को गर्म रखने में मदद करता है। यह बच्चों और युवाओं में अधिक मात्रा में पाया जाता है, खासकर गले और कंधों के आसपास। ब्राउन फैट ऊर्जा की खपत को बढ़ाता है और इसके जरिए वजन घटाने में मदद मिलती है।
व्हाइट फैट: 'बैड फैट' और इसके नुकसान
व्हाइट फैट शरीर में ऊर्जा को स्टोर करने का काम करता है। यह पेट, जांघों, कूल्हों और बाहों में जमा होता है। जबकि थोड़ी मात्रा में व्हाइट फैट जरूरी है, लेकिन अगर यह हद से ज्यादा हो जाए तो यह मेटाबॉलिक डिसऑर्डर, डायबिटीज, और हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्याओं की वजह बन सकता है।
ब्राउन फैट से व्हाइट फैट को बर्न कैसे करें?
ल्यूक कॉउटिन्हो के अनुसार, ब्राउन फैट व्हाइट फैट को जलाने में मदद कर सकता है। जब ब्राउन फैट एक्टिव होता है, तो यह कैलोरी जलाता है और इस प्रक्रिया में व्हाइट फैट की स्टोर्ड एनर्जी का उपयोग करता है। इस तरह, ब्राउन फैट के ज्यादा एक्टिव होने से शरीर में व्हाइट फैट कम होता है।
ब्राउन फैट को एक्टिव कैसे करें?
ब्राउन फैट को एक्टिव करना व्हाइट फैट को कम करने और मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने का एक कारगर तरीका है। इसे एक्टिव करने के लिए कुछ साधारण लाइफस्टाइल बदलाव और सही खान-पान का ध्यान रखना जरूरी होता है। इससे शरीर की कैलोरी जलाने की क्षमता बढ़ती है और वजन घटाना आसान हो जाता है।