कुट्टू का आटा: असली या नकली? जानें मिलावट की पहचान कैसे करें

By Rajkumar Upadhyaya  |  First Published Oct 4, 2024, 5:36 PM IST

क्या आप जानते हैं कि कुट्टू का आटा असली है या नकली? इस लेख में जानें कुट्टू के आटे की पहचान कैसे करें और मिलावट की समस्याओं से बचें। 

Adulterated Kuttu Ka Atta: कुट्टू का आटा, जिसे बकव्हीट आटा भी कहा जाता है, नवरात्रि के व्रत के दौरान विशेष रूप से खाया जाता है। इसे बकव्हीट पौधे के बीज से बनाया जाता है, जो उत्तर और पूर्वी भारत में उगाया जाता है। कुट्टू के बीज छोटे और भूरे रंग के होते हैं जिन्हें पीसकर आटे में बदला जाता है। कुट्टू का आटा ग्लूटेन-फ्री होता है और इसमें अनेक पोषक तत्व होते हैं जो इसे व्रत के दौरान खाने के लिए आइडियल खाद्य पदार्थ बनाते हैं।

कुट्टू के आटे में कौन से पोषक तत्‍व पाए जाते हैं? 

कुट्टू का आटा कई तरह के पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें हेल्दी कैलोरी, प्रोटीन, हेल्दी फैट, कार्बोहाइड्रेट और फाइबर होते हैं, जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं और इसे लंबे समय तक भूख से बचाते हैं। यह आटा विटामिन बी6, मैग्नीशियम, आयरन और फास्फोरस का भी अच्छा स्रोत है।

मिलावटी आटे से क्या समस्याएं?

त्योहारों और खासकर नवरात्रि के दौरान कुट्टू के आटे की मांग बढ़ जाती है। इस मौके पर कुछ बेईमान विक्रेता मुनाफा कमाने के चक्कर में इसमें मिलावट कर देते हैं। मिलावटी आटे का सेवन करने से डाइजेशन समस्याएं, फूड प्वाइजनिंग, पेट में गैस, उल्टी-दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए यह जानना जरूरी है कि आटा असली है या मिलावटी।

कुट्टू के आटे में क्या मिलावट?

चॉक पाउडर: आटे में चॉक मिलाने से इसका वजन बढ़ जाता है।
मिट्टी: कुछ विक्रेता आटे में मिट्टी मिलाकर इसकी मात्रा बढ़ाते हैं।
लकड़ी का बुरादा: यह मिलावट स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक हो सकती है, क्योंकि यह आंतों को नुकसान पहुंचा सकता है।

कैसे पहचाने कुट्टू का आटा असली या नकली ?

एक्सपायरी डेट देखकर

अक्सर दुकानदार पुराने और खराब कुट्टू के आटे को बेचने की कोशिश करते हैं। इसलिए हमेशा आटे के पैकेट पर एक्सपायरी डेट जरूर देखें। पुराने आटे का सेवन करने से तबीयत बिगड़ सकती है, इसलिए ताजा आटा खरीदने पर ध्यान दें।

कलर टेस्ट

असली कुट्टू के आटे का रंग गहरा भूरा होता है। यदि आटे का रंग बहुत हल्का हो या जरूरत से ज्यादा गहरा लगे, तो यह मिलावट का संकेत हो सकता है। बाजार में मिलने वाला हल्का भूरा आटा अक्सर मिलावटी होता है।

वॉटर टेस्ट 

कुट्टू के आटे की शुद्धता की जांच के लिए आप एक सरल परीक्षण कर सकते हैं। एक कांच का ग्लास लें और उसमें आधा पानी भरें। इसके बाद उसमें एक चम्मच कुट्टू का आटा डालें। अगर आटे में मिलावट होगी तो कुछ कण पानी के ऊपर तैरने लगेंगे, जबकि असली आटा ग्लास के तल में बैठ जाएगा।

गूंथने पर टूट जाता है मिलावटी आटा

कुट्टू के आटे को किसी बर्तन में गूंथें। असली आटा गूंथने पर अच्छी तरह बंध जाता है, जबकि मिलावटी आटा आसानी से बिखर जाता है। यदि आटा गूंथते समय टूट जाए, तो यह मिलावटी हो सकता है।

स्मेल टेस्ट

पुराने या मिलावटी आटे से एक अजीब सी गंध आती है। असली कुट्टू का आटा सूंघने पर ताजगी का एहसास देता है, जबकि मिलावटी आटे से गंध आ सकती है। इसलिए गूंथने से पहले आटे को सूंघकर जांच लें।

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