Social Media: सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने और उसे छोड़ने पर हमारे शरीर और दिमाग में क्या बदलाव होते हैं? जानिए इस रिसर्च में इंस्टाग्राम ब्राउज़िंग के शारीरिक और मानसिक प्रभाव। Image: ChatGPT
Social Media Addiction: आज के डिजिटल युग में, सोशल मीडिया हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जब आप इंस्टाग्राम या टिकटॉक स्क्रॉल कर रहे होते हैं, तो आपका शरीर कैसे प्रतिक्रिया करता है? और जब आप अचानक इसे छोड़ देते हैं, तो क्या बदलाव होते हैं? ब्रिटेन में एक रिसर्च के दौरान 54 युवा वयस्कों को 15 मिनट तक इंस्टाग्राम ब्राउज़ करने के लिए कहा गया। उनकी हृदय गति (Heart Rate) और त्वचा चालकता (Skin Conductance - पसीने का स्तर) को इलेक्ट्रोड्स की मदद से रिकॉर्ड किया गया।
इंस्टाग्राम ब्राउज़िंग के दौरान बॉडी में क्या होता है बदलाव?(Instagram addiction)
रिसर्च में पाया गया कि इंस्टाग्राम स्क्रॉलिंग के दौरान हृदय गति धीमी हो गई, लेकिन पसीने की मात्रा बढ़ गई। आमतौर पर यह प्रतिक्रिया तब होती है जब कोई व्यक्ति पूरी तरह से किसी चीज़ में डूबा होता है, जैसे गेम खेलते समय या फिल्म देखते समय। इसका मतलब यह हुआ कि सोशल मीडिया का असर सिर्फ मानसिक नहीं, बल्कि शारीरिक भी है। हमारा शरीर और दिमाग स्क्रीन से चिपके रहने के लिए प्रोग्राम हो जाते हैं।
सोशल मीडिया छोड़ने पर क्या हुआ?
जब प्रतिभागियों को इंस्टाग्राम ब्राउज़िंग बंद कर एक न्यूज़ आर्टिकल पढ़ने के लिए कहा गया, तो उनकी पसीने की प्रतिक्रिया और बढ़ गई और हृदय गति तेज हो गई। आश्चर्य की बात यह थी कि उनका शरीर और दिमाग शांत होने के बजाय ज्यादा तनावग्रस्त और बेचैन महसूस करने लगा।
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क्या सोशल मीडिया की लत असली है?
इस रिसर्च ने यह भी बताया कि जब लोगों को इंस्टाग्राम से अचानक दूर किया गया, तो उन्होंने तनाव, बेचैनी और सोशल मीडिया की लालसा (Craving) महसूस की। यह प्रतिक्रिया उन लोगों की तरह थी जो किसी नशे से दूर होने की कोशिश कर रहे हों। लेकिन क्या सोशल मीडिया की लत असल में एक "लत" है? वर्तमान में, सोशल मीडिया की लत को मानसिक स्वास्थ्य विकार (Mental Disorder) के रूप में मान्यता नहीं दी गई है। लेकिन Instagram, TikTok जैसे प्लेटफॉर्म dopamine (happiness hormone) रिलीज़ कर हमें बार-बार इसकी तरफ आकर्षित करते हैं।
सोशल मीडिया और ह्यूमन नीड्स
सोशल मीडिया और नशीले पदार्थों में एक बड़ा अंतर यह है कि सोशल मीडिया हमें एक मानवीय आवश्यकता पूरी करने में मदद करता है - "कनेक्शन और पहचान"। हम दोस्तों से जुड़े रहना चाहते हैं, हमें लाइक्स और कमेंट्स चाहिए, और यही कारण है कि हम घंटों तक स्क्रॉल करते रहते हैं।
क्या हमें सोशल मीडिया छोड़ देना चाहिए?
इस रिसर्च से यह निष्कर्ष निकला कि सोशल मीडिया हमें प्रभावित करता है, लेकिन हमें इसे छोड़ने की जरूरत नहीं है। बल्कि हमें इसका संतुलित इस्तेमाल करना चाहिए।
अगर आप बिना सोशल मीडिया के ज्यादा समय बिताना चाहते हैं, तो आप इन आदतों को अपनाएं:
सोशल मीडिया की शक्ति को समझें, लेकिन उस पर निर्भर न हों!
सोशल मीडिया हमें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रभावित करता है। जब हम इसे इस्तेमाल करते हैं, तो हम तल्लीन हो जाते हैं, और जब हम इसे छोड़ते हैं, तो हमारा शरीर बेचैन महसूस करता है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हम सभी इसके आदी हैं। समझदारी से सोशल मीडिया का उपयोग करने से हम इसके नकारात्मक प्रभावों से बच सकते हैं और इसका लाभ उठा सकते हैं।
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