अचानक से गुस्सा, आपा खोकर चिल्लाना, जया बच्चन की इस बीमारी के कारण होता है ऐसा

By Bhawana tripathi  |  First Published Apr 9, 2024, 8:00 AM IST

जया बच्चन को अक्सर सोशल मीडिया में ट्रोल किया जाता है। ट्रोलिंग की वजह है उनका बात-बात पर मीडिया में भड़कना। फोटो क्लिक न करने से लेकर कई सवाल पूछने तक, जया को गुस्सा जल्दी आ जाता है। आइए जानते हैं कि आखिर जया बच्चन को गुस्सा इतना जल्दी क्यों आता है। 

Jaya Bachchan Birthday: जया बच्चन आज अपना 75वां जन्मदिन मना रही हैं। जबलपुर में जन्मी जया बच्चन ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत गुड्डी फिल्म से की थी। राजनीति में सक्रिय जया बच्चन को आए दिन मीडिया वालों पर गुस्सा निकालते या चिल्लाते हुए देखा जाता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि जया बच्चन ऐसा अपनी मर्जी से नहीं बल्कि एक बीमारी के कारण करती हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ये कौन-सी बीमारी है जिसमें इंसान भड़क जाए और चिल्लाने लगे। जया बच्चन की बेटी श्वेता ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि जया बच्चन को  क्लॉस्टेरोफोबिया की बीमारी है। जानिए आखिर क्या होता है क्लॉस्टेरोफोबिया (Claustrophobia Conditions) कंडीशन।

क्लॉस्टेरोफोबिया कंडीशन के लक्षण 

क्लॉस्टेरोफोबिया कंडीशन एक प्रकार की मेंटल कंडीशन है जिसमें व्यक्ति को भीड़ देखकर गुस्सा आता है। व्यक्ति को भीड़ या ज्यादा लोगो या फिर बंद जगह से परेशानी होती है।  क्लॉस्टेरोफोबिया की बीमारी होने पर व्यक्ति में निम्न लक्षण नज़र आते हैं।

  • पसीना आना
  • कंपना
  • सांस लेने में समस्या
  • अचानक से हार्ट बीट बढ़ जाना
  • छाती में दर्द महसूस होना
  • सिरदर्द और बेहोशी छाना
  • मुंह सूखना

क्लॉस्टेरोफोबिया का इलाज

क्लॉस्टेरोफोबिया कंडीशन के बारे में अक्सर लोगों को जानकारी नहीं मिल पाती है। अगर बीमारी का पता चल जाए तो behavioural therapy की मदद ली जा सकती है। psychologist की मदद से बीमारी का इलाज कराया जा सकता है। साथ ही डॉक्टर  cognitive behavioural therapy की मदद से भी पेशेंट्स का इलाज करते हैं। जरूरत पड़ने पर पेशेंट को  antidepressants मेडिसिंस दी जाती हैं। 

पैनिक अटैक आने पर इस तरह से कर सकते हैं देखभाल

क्लॉस्टेरोफोबिया कंडीशन के कारण अचानक से व्यक्ति को पैनिक अटैक भी आ सकता है। ऐसी स्थिति से निपटने के लिए आसपास की ऐसी चीजों को देखना चाहिए जिनसे डर न लगे। पेशेंट्स चलती हुई घड़ी को देखकर भी रिलेक्स कर सकते हैं। रिलेक्स होने पर पैनिक अटैक असर खत्म हो जाता है। 

ये भी पढ़ें:आंखों को दिखता है धुंधला, ब्लैक स्पॉट आते हैं नज़र, इतना खतनाक हो सकता है सूर्यग्रहण को देखना...
 

tags
click me!