Navratri 2024: माता शैलपुत्री का सबसे पुराना मंदिर,जहां नवरात्रि पर पूरी होती है हर मुराद

By Anshika Tiwari  |  First Published Apr 8, 2024, 10:44 PM IST

Mata Shailputri Mandir Varanasi: नवरात्रि का प्रारंभ हो गया है। पहले दिन माता शैलपुत्री की पूजा की जाती है। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि देश के किस राज्य में माता का मंदिर स्थित है। 

Chaitra Navratri 2024: 9 अप्रैल यानी आज से शारदीय नवरात्र प्रारंभ हो गए हैं। पहले दिन मां शैलपुत्री (Mata Shailputri ) को समर्पित है। मंदिरों में भक्तों की भाड़ी भाड़ी उमड़ी है। इसी क्रम में आज हम आपको घर बैठे माता शैलपुत्री के दर्शन कराएंगे। बता दें,हम जिस मंदिर की बात कर रहे हैं वहां नवरात्रि के पहले दिन माता शैलपुत्री का आशीर्वाद लेने के लिए श्रद्धालु घंटों तक लाइन में लगते हैं। ये मंदिर बाबा विश्व नाथ की नगरी काशी में मौजूद है।

कहां स्थित है माता शैलपुत्री का मंदिर

जहां शिव वहां शक्ति होना भी स्वाभाविक है। माता शैलपुत्री का मंदिर उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिल में स्थित है। नवरात्रि के अवसर पर करोड़ों की संख्या में भक्त माता रानी के दर्शन करने आते हैं। मान्यता है जो भी भक्त नवरात्र के पावन दिनों में माता के दर्शन करता है उसे सारे कष्टों से मुक्ति मिलती है और वह खुशहाल जीवन व्यतीत करता है। 

 

वाराणसी शैलपुत्री मंदिर आप सभी को जय माता दी pic.twitter.com/OLCRwrWK7K

— Sujeet Patel (@SujeetP68788982)

 

माता शैलपुत्री की दिलचस्प कहानी

काशी में माता शैलपुत्री के मंदिर स्थित होने के पीछे दिलचस्प कहानी बताई जाती है। मान्यताओं के अनुसार,एक बार  माता कैलाश पर्वत छोड़कर काशी आ गई थीं। जब भगवान शिव उनसे मिलने पहुंचे और मनाने के बाद भी उन्हें कैलाश ले जाने को लेकर राजी नहीं कर पाए। माता का तर्क था ये नगरी बहुत सुंदर है वह यहीं रहना चाहती हैं। बस यही बात सुनकर महादेव मां शैलपुत्री को काशी में छोड़कर कैलाश वापस लौट गए और माता ने वाराणसी को ह्रदय में बसा लिया। बस तभी से उनका मंदिर यहां पर स्थित है। 

कैसे पहुंचे शैलपुत्री मंदिर?

आप ट्रेन,बस और कार से सीधे वाराणसी पहुंच सकते हैं।  यहा से मंदिर केवल 5 किलोमीटर की दूरी पर है। अगर आप फ्लाइट से आना चाहते हैं तो सीधे वाराणसी इंटरनेशन एयरपोर्ट से कैब या टैक्सी लेकर मंदिर पहुंच सकते हैं।

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