महाराष्ट्र के सोलापुर के कृष्नदेव रोकडे ने 2012 में 500 रुपये से स्वीट कॉर्न का बिजनेस शुरू किया। आज उनका सालाना टर्नओवर 13 लाख रुपये है। जानिए उनकी सफलता की कहानी।
नई दिल्ली। महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के तुंगत गांव के कृष्नदेव रोकडे ने यह साबित कर दिया कि सफलता के लिए हॉयर एजूकेशन नहीं, बल्कि मेहनत और जज्बा चाहिए। केवल 9वीं कक्षा तक पढ़े कृष्नदेव ने 2012 में 500 रुपये से अपने स्वीट कॉर्न बिजनेस की शुरुआत की थी और आज उनका कारोबार सालाना 13 लाख रुपये का है। उनकी यह कहानी हर उस यूथ के लिए इंस्पिरेशनल है, जो खुद का बिजनेस शुरू करने का सपना देखता है।
कैसे शुरू हुआ यह सफर?
कृष्नदेव रोकडे ने 2012 में, केवल 500 रुपये की पूंजी के साथ स्वीट कॉर्न बेचने का काम शुरू किया। शुरुआती दिनों में सड़कों पर ठेला लगाते थे। कस्टमर्स की संख्या काफी कम थी। मार्केटिंग की कोई जानकारी नहीं थी। नतीजतन, आर्थिक तंगी से जूझना पड़ा। पर उन्होंने हार नहीं मानी और अपनी मेहनत के दम पर बिजनेस को बुलंदियों तक लेकर गए।
40 से 45 हजार रुपये महीने कमाई
कुछ समय बाद, कृष्नदेव ने एक छोटा होटल खोला। धीरे-धीरे कस्टमर्स का भरोसा जीता और अपने बिजनेस मॉडल को बेहतर बनाते गए। अब उनकी स्वीट कॉर्न की वही दुकान "शंभुराजे नाश्ता सेंटर" के रूप में जानी जाती है ओर सोलापुर व आसपास के कई इलाकों में मशहूर है। तीन होटलों तक बिजनेस पहुंच चुका है। मंथली 40 से 45 हजार रुपये की इनकम है। सालाना टर्नओवर 13 लाख रुपये तक पहुंच चुका है। ध्यान देने की बात है कि कृष्नदेव ने केवल 9वीं तक पढ़ाई की, लेकिन उनकी सोच हमेशा बड़ी थी। उन्होंने कभी अपनी शिक्षा को अपनी सफलता के आड़े नहीं आने दिया।
कृष्नदेव के काम से मिलती है ये सीख
कृष्नदेव का मानना है कि यूथ को जॉब करने के बजाय आत्मनिर्भर बनने की कोशिश करनी चाहिए। छोटे बिजनेस को कभी छोटा नहीं समझना चाहिए। अगर व्यक्ति में आत्मविश्वास है, तो वह उसे बड़ी सक्सेस दिला सकता है। उनका मानना है कि शुरुआत छोटी करें, लेकिन लक्ष्य बड़ा रखें। कस्टमर्स की जरूरतों को समझें। समय के साथ अपने बिजनेस मॉडल को बेहतर बनाएं।
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