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कॉलेज से स्टार्टअप तक: भाेपाल की लड़की ओशिन मुराब ने बदली 600 परिवारों की किस्मत

Rajkumar Upadhyaya |  
Published : Nov 20, 2024, 12:11 PM ISTUpdated : Nov 20, 2024, 12:10 PM IST
कॉलेज से स्टार्टअप तक: भाेपाल की लड़की ओशिन मुराब ने बदली 600 परिवारों की किस्मत

सार

जानिए ओशिन मुराब की इंस्पिरेशनल स्टोरी, जिन्होंने कॉलेज के दिनों से शुरू किया सफर और अब 600 से अधिक परिवारों को रोजगार देकर बदल दी उनकी जिंदगियां। 

भोपाल: मध्य प्रदेश के भोपाल की रहने वाली ओशिन मुराब ने वह कर दिखाया, जो बड़े-बड़े नहीं कर पाते हैं। livelihood and beyond foundation की अध्यक्ष, मुराब ने अपनी काबिलियत को तो साबित ही किया, साथ ही 600 परिवारों की जिंदगी में बदलाव लाईं। उनकी कहानी उन लड़कियों के लिए इं​स्पिरेशनल है, जो चाहकर भी आगे नहीं बढ़ पाती हैं। आइए जानते हैं उनकी इंस्पिरेशनल स्टोरी। 

कॉलेज के दिनों से शुरू हुआ सफर

ओशिन की यह इंस्पिरेशनल जर्नी कॉलेज के दिनों में शुरू हुई। तब वे एलएलबी की पढ़ाई कर रही थीं, उसी दरम्यान सोशल वर्क की तरफ उनका झुकाव बढ़ा। थर्ड ईयर में एक स्कूल को गोद लिया और उसके इंफ्रास्ट्रक्चर और एजूकेशन लेवल को सुधारने का काम किया। इसके बाद उन्हें एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) के तहत एक प्रोजेक्ट पर काम करने का मौका मिला, जिसने उनके जीवन की दिशा बदल दी।

राजस्थान के सीकर जिले में लेदर क्लस्टर की शुरुआत

साल 2021 में ओशिन ने राजस्थान के सीकर जिले में लेदर क्लस्टर की शुरुआत की। यह एक बड़ा कदम था, जहां करीब 320 कारीगर काम करने लगे। उनके प्रयासों से वहां का काम अच्छा चल पड़ा और कारीगरों की जिंदगी में बड़ा बदलाव आया। इसके बाद ओशिन ने सीहोर जिले के बुधनी की ओर रुख किया। बुधनी लकड़ी के खिलौनों के लिए प्रसिद्ध है, जहां दुधई लकड़ी से शिल्पकार खिलौने बनाते हैं। यहां 40 से अधिक परिवार पीढ़ियों से इस कला को संजोए हुए हैं। मार्च 2024 में, ओशिन ने बुधनी में लकड़ी के खिलौनों का नया प्रोजेक्ट शुरू किया, जिसमें 300 से अधिक लोगों को रोजगार मिला, जिसमें से 180 महिलाएं हैं।

महिलाओं को दिया रोजगार

ओशिन के प्रोजेक्ट्स का सबसे खास पहलू यह है कि उन्होंने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर दिया। आज उनकी अगुवाई में सैकड़ों महिलाएं अपने पैरों पर खड़ी हैं और अपने परिवार के लिए संबल बन रही हैं। बुधनी के लकड़ी के खिलौने न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी प्रसिद्ध हो रहे हैं। मनमोहक रंग, बनावट और अद्भुत शिल्पकारी की वजह से इनकी बाजार में काफी मांग है। ओशिन और उनकी टीम ने इस कला को प्रोत्साहन देकर शिल्पकारों को नई पहचान दी है।

परिवार के सपोर्ट से साकार हो सकता है सपना

ओशिन का मानना है कि यदि परिवार का समर्थन मिले तो कोई भी सपना साकार हो सकता है। उनके माता-पिता ने हर कदम पर उनका साथ दिया, जिससे वे दूसरों की मदद करने और अपने प्रोजेक्ट्स को सफल बनाने में कामयाब रहीं। असंभव को संभव कर ओशिन मुराब ने यह साबित कर दिया कि एक व्यक्ति के प्रयास कई लोगों की जिंदगी बदल सकते हैं।

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