Success Story:भरत देसाई, जिन्होंने TCS से कॅरियर की शुरुआत की, ने 1980 में सिर्फ $2,000 के निवेश से अपनी कंपनी सिंटेल की नींव रखी। आज वह 13,501 करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं। जानिए उनकी इंस्पिरेशनल स्टोरी।
Success Story: भरत देसाई का नाम आज दुनिया के सबसे सफल और अमीर बिजनेसमैन में गिना जाता है। IIT बॉम्बे से पढ़ाई के बाद उन्होंने रतन टाटा की कंपनी TCS में काम किया। लेकिन उनका सफर यहीं नहीं रुका। अपनी पत्नी नीरजा सेठी के साथ उन्होंने 1980 में महज $2,000 (करीब 1.5 लाख रुपये) के निवेश से सिंटेल (Syntel) की नींव रखी। अब वह 13,501 करोड़ के मालिक हैं। आइए जानते हैं उनकी इंस्पिरेशनल स्टोरी।
TCS से कॅरियर की शुरूआत, अमेरिका जाने के बाद बदली जिंदगी
नवंबर 1952 में केन्या में जन्मे भरत देसाई का पालन-पोषण भारत में हुआ। IIT बॉम्बे से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग करने के बाद स्टीफन एम. रॉस स्कूल ऑफ बिजनेस (मिशिगन) से फाइनेंस में MBA किया। यहां उनकी व्यवसायिक समझ को गहराई मिली। 1976 में भरत देसाई ने टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) में प्रोग्रामर के रूप में करियर की शुरुआत की। इसी दौरान उन्हें अमेरिका में TCS के एक प्रोजेक्ट पर काम करने का मौका मिला। अमेरिका जाने के बाद उनकी जिंदगी ने बदलना शुरू कर दिया।
कैसे पड़ी सिंटेल की नींव?
देसाई और उनकी पत्नी नीरजा ने मिशिगन के एक छोटे से अपार्टमेंट में रहते हुए 1980 में सिंटेल शुरू करने का फैसला किया। यह कम्पनी IT कंसल्टिंग और आउटसोर्सिंग सेक्टर में काम करती है। शुरुआत में कंपनी को चलाने के लिए भरत और नीरजा ने दिन-रात मेहनत की। पहली सालाना बिक्री $30,000 तक पहुंची, जो उनके लिए एक बड़ा अचीवमेंट था।
दुनिया के कई बड़े IT प्रोजेक्ट्स संभाले
2018 तक सिंटेल का रेवेन्यू $900 मिलियन (करीब 7,200 करोड़ रुपये) तक पहुंच गया। कंपनी ने दुनिया के कई बड़े IT प्रोजेक्ट्स संभाले। फ्रांस की IT कंपनी Atos SE ने 2018 में सिंटेल को $3.4 बिलियन (करीब 28,000 करोड़ रुपये) में खरीदा। यह भरत देसाई और नीरजा सेठी के लिए फायदे का सौदा साबित हुआ। हालांकि, अधिग्रहण के बाद Atos ने भरत देसाई पर कंपनी की देनदारियों को छिपाने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दायर किया, जो 2023 में खारिज हो गया।
भरत देसाई को मिला ये सम्मान
मौजूदा समय में भरत देसाई अपने परिवार के साथ फ्लोरिडा के फिशर आइलैंड में रहते हैं। डेट्रॉइट की 'पेंट द टाउन' इनिशिएटिव में उनकी सक्रिय भागीदारी है। 1996 में USA टुडे और NASDAQ ने उन्हें 'एंटरप्रेन्योर ऑफ द ईयर' पुरस्कार से सम्मानित किया। फोर्ब्स ने उनकी कंपनी सिंटेल को 'अमेरिका की सर्वश्रेष्ठ 200 छोटी कंपनियों' में भी शामिल किया था।
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