₹4500 से शुरू हुई कहानी, जिसने बिपिन हडवानी को 5539 करोड़ के इम्पायर तक पहुंचाया। जानें कैसे एक साधारण परिवार का बेटा बना भारत के सबसे बड़े स्नैक्स ब्रांड का चेहरा।
Success Story: सपनों को साकार करने के लिए न तो बड़ी पूंजी चाहिए होती है और न ही किसी बड़े नाम का सहारा। गोपाल स्नैक्स (Gopal Snacks) के चेयरमैन बिपिन हडवानी (Bipin Hadvani) ने यह साबित कर दिया। 34 साल पहले उन्होंने अपने पिता से ₹4500 उधार लेकर एक छोटे से बिजनेस की शुरुआत की थी। वही बिजनेस आज 5539 करोड़ रुपये के कारोबार में तब्दील हो गया है। यह स्टोरी हर उस शख्स के लिए इंस्पिरेशनल है, जो छोटी पूंजी से बड़े सपनों को पूरा करना चाहता है।
साइकिल पर नमकीन बेचते थे पिता
बिपिन हडवानी का जन्म गुजरात के एक साधारण परिवार में हुआ। उनके पिता गांव में नमकीन की दुकान चलाते थे और साइकिल पर नमकीन बेचते थे। परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद सामान्य थी, लेकिन उनके पिता का सपना था कि बेटा पढ़ाई के साथ कुछ बड़ा करे। बिपिन बचपन से ही अपने पिता के काम में हाथ बंटाते थे। स्कूल से आने के बाद वे अपने पिता के साथ नमकीन की दुकान पर काम करते।
कैसे की ₹4500 से बिजनेस की शुरुआत?
साल 1990 में बिपिन ने बिजनेस शुरू करने के लिए अपने पिता से ₹4500 उधार मांगे। उनके पिता को लगा कि बिपिन यह पैसे शहर में खर्च कर वापस आ जाएगा और बिजनेस करने की जिद खत्म कर देगा। बहरहाल, बिपिन ने पार्टनरशिप में नमकीन का बिजनेस शुरू किया। शुरुआत में छोटी-छोटी चीजें बेचना शुरू किया। उन्होंने तय कर लिया था कि अपने प्रोडक्ट्स की क्वालिटी पर फोकस करना है।
टूट गई पार्टनरशिप, रखी गोपाल स्नैक्स की नींव
चार साल बाद, 1994 में, उन्होंने अपनी बिजनेस पार्टनरशिप को खत्म करने का फैसला लिया। पार्टनरशिप खत्म करने के बाद, बिपिन को अपने हिस्से के 2.5 लाख रुपये मिले। उन्होंने इस रकम से खुद का बिजनेस शुरू करने का निर्णय लिया। साल 1994 में बिपिन ने अपनी पत्नी दक्षा के साथ मिलकर अपने घर से "गोपाल स्नैक्स" की शुरुआत की। दोनों ने मिलकर ट्रेडिशनल नमकीन बनाना शुरू किया। शुरुआती दिनों में बिपिन साइकिल पर नमकीन बेचते थे और राजकोट की गलियों में ग्राहकों तक अपना प्रोडक्ट पहुंचाते थे। धीरे-धीरे उनके प्रोडक्ट्स की डिमांड बढ़ने लगी।
लोकल मार्केट में अच्छा रिस्पांस
बिपिन ने अपने प्रोडक्ट्स की क्वालिटी से कभी समझौता नहीं किया। उनके बनाए गए नमकीन और स्नैक्स की शुद्धता और टेस्ट ने कस्टमर्स का दिल जीत लिया। लोकल मार्केट में उनकी कंपनी को अच्छा रिस्पांस मिला। ऐसे में बिपिन का कांफिडेंस बढ़ा और उन्होंने अपने कारोबार का विस्तार करने का फैसला किया।
देश भर में फैलाया कारोबार
बिपिन हडवानी ने ट्रेडिशनल तरीकों से हटकर मॉर्डन मशीनों और टेक्नोलॉजी का सहारा लिया। अपने प्रोडक्ट्स को बड़े लेबल पर बनाने और मार्केटिंग के लिए नई तकनीकों को अपनाया। राजकोट के छोटे बाजारों के अलावा गुजरात और फिर देशभर में कारोबार फैलाया। अब गोपाल स्नैक्सभारत का चौथा सबसे बड़ा ट्रेडिशनल स्नैक्स ब्रांड है। आज गोपाल स्नैक्स के प्रोडक्ट न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी उपलब्ध हैं। गोपाल स्नैक्स की कुल संपत्ति ₹5539 करोड़ है।
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