1 भैंस से 200 भैंस..अब महीने की कमाई 8-9 लाख रु....64 साल की नवलबेन चौधरी कैसे बन गईं करोड़पति

By Kavish Aziz  |  First Published Aug 15, 2023, 11:40 AM IST

गुजरात की नवलबेन चौधरी पशुपालन से दो करोड़ रुपए की कमाई कर रही है। नवलबेन अनपढ़ है लॉकडाउन में उन्होंने अपनी 10 भैंसों से दूध उत्पादन का काम किया था आज उनके पास 200 से ज्यादा भैंस है। पहले ही साल में नवलबेन ने एक करोड़ 10 लाख की कमाई करके रिकॉर्ड बनाया था।

गुजरात. जिस उम्र में लोग रिटायरमेंट ले लेते हैं उसे उम्र में गुजरात की एक महिला जो की अनपढ़ है बिजनेस वूमेन बन जाती है वह भी पशुपालन से। इनका नाम है नवलबेन जिन्होंने लॉक डाउन  में अपने काम की शुरुआत किया था और पहले ही साल में एक करोड़ दस लाख की कमाई की थी।

नवलबेन ने कोविड में शुरू किया था काम 
नवल बेन का पूरा नाम नवल बेन दलसंग भाई चौधरी है।  उनके चार बेटे हैं चारों शहर में रहकर नौकरी कर रहे हैं किसी ने एमए किया है तो किसी ने B.Ed किया है। उनके बेटे भी इस काम में उनका हाथ बटाते हैं। नवलबेन की सुबह अपने जानवरों की सेवा से होती है वो जानवरों का ख्याल रखती हैं उनसे बहुत प्यार करती हैं। उन्हें सिर्फ बिजनेस का जरिया नहीं समझती हैं। बनासकांठा में 64 वर्ष की नवलबेन  चौधरी पशुपालन करके हर साल दो करोड़ कमा रही हैं। साल 2020 में नवलबेन ने अपने घर पर एक दूध  की कंपनी शुरू किया और आज उनके पास 200 से ज्यादा भैंस है 100 गाय हैं। हैरत की बात यह है कि नवलबेन अनपढ़ है। साल 2020 में उन्होंने एक करोड़ 10 लाख रुपए का दूध बेचकर रिकॉर्ड बनाया था। 2020 में वह साढ़े तीन लाख रुपये महीने के मुनाफे के हिसाब से कमा रही थी।



सबसे ज़्यादा दूध जमा करने वाली महिला बनी नवलबेन 
जब नवलबेन ने इस  काम की शुरुआत किया तो उनके ससुराल में 8 से 10 पशु थे । उनके पिता ने उन्हें एक भैंस दी थी जिसका वह दूध निकालती थी । धीरे-धीरे उनका यह व्यवसाय चल पड़ा। आसपास के गांव में वह लोगों की दूध की जरूरत को पूरा करने लगीं। डेढ़ साल में उनका व्यवसाय इतना फैल गया कि उन्होंने अपने पशुओं द्वारा उत्पादित दूध को एशिया के सबसे बड़े बनास डेयरी में बेचना शुरू कर दिया। इस डेयरी में हर रोज 1000 लीटर दूध जमा करवा कर वह हर महीने 8 से 9 लाख रुपये कमाती हैं। डेयरी में सबसे ज्यादा दूध जमा करने वाली महिला बनने पर उन्हें बनास डेयरी ने सम्मानित भी किया


नवलबेन ने 30 लोगों को दिया रोज़गार 
नवलबेन सुबह 4 बजे उठ जाती हैं और 7:00 बजे तक वह पूरा दूध डेयरी में भरने के लिए तैयार हो जाती हैं। दूध को डेयरी में भरकर एक बार फिर शाम को दूध की तैयारी में लग जाती हैं इस तरह नवल बेन का पूरा दिन अपने जानवरों के साथ गुजर जाता है। नवलबेन अपनी 5 एकड़ जमीन पर स्वयं चारा लगाती हैं।  जब उनका बिजनेस चलने लगा तो उन्होंने 30 लोगों को रोजगार दिया। साल 2020 अगस्त में अमूल डेयरी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आरएस सोढ़ी ने ट्विटर पर 10 करोड़पति ग्रामीण महिला उद्यमियों की एक सूची प्रकाशित की थी। सूची में नवलबेन को उस वर्ष में  2215956 किलो दूध बेचकर 87 लाख 95 हजार ₹900 की कमाई हुई थी और सूची के 10 महिलाओं में सबसे ज्यादा कमाई वाली महिला नवलबेन थी।

नवलबेन को साल 2020 में मुख्यमंत्री ने गांधीनगर में अवार्ड दिया । बनासकांठा में दो लक्ष्मी अवार्ड मिलने  के साथ तीन पशुपालन अवार्ड मिला।

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