सिर्फ 8 लाख से बने अरबों के मालिक, जानें कैसे किया ये करिश्मा

By Rajkumar Upadhyaya  |  First Published Nov 17, 2024, 9:09 PM IST

जानें कैसे IIT-दिल्ली के पूर्व छात्र बिपिन प्रीत सिंह ने अपनी बचत के 8 लाख रुपये से Mobikwik जैसी फिनटेक कंपनी शुरू की और इसे 23,567 करोड़ रुपये के मार्केट कैप तक पहुंचाया। उनकी कहानी हर इंटरप्रेन्योर के लिए इंस्पिरेशनल है।

Success Story: नई दिल्ली में जन्मे और IIT-दिल्ली के पूर्व छात्र बिपिन प्रीत सिंह ने एक साधारण शुरुआत से बड़ी सफलता हासिल की। अपनी जीवनभर की बचत के 8 लाख रुपये से शुरुआत कर Mobikwik जैसी बड़ी फिनटेक कंपनी बनाई, जो आज हजारों करोड़ की कम्पनी में तब्दील हो गई है। उनकी कहानी नये इंटरप्रेन्योर के लिए इंस्पिरेशनल है। 

कैसे आया स्टार्टअप का आइडिया?

बिपिन प्रीत सिंह ने IIT-दिल्ली से ग्रेजुएशन के बाद फ्रीस्केल सेमीकंडक्टर जैसी कंपनी में सिस्टम आर्किटेक्ट के रूप में काम किया। हमेशा उनका झुकाव इनोवेशन की तरफ ही था। बस अपने सपने को हकीकत में बदलने के लिए उन्हें सही अवसर की तलाश थी।2000 के दशक के अंत में, भारत में मोबाइल इंटरनेट तेजी से फैल रहा था। बिपिन ने महसूस किया कि डिजिटल पेमेंट सर्विसेज में बड़ी संभावनाएं हैं। उनका मकसद एक ऐसा सॉल्यूशन बनाना था, जो ऑनलाइन लेनदेन के दौरान सिक्योर भी हो।

सिर्फ 8 लाख रुपये से शुरुआत

2009 में, उन्होंने अपनी 8 लाख रुपये की बचत से दिल्ली के द्वारका में एक छोटा ऑफिस किराए पर लिया। यहीं से Mobikwik की शुरूआत हुई। शुरुआती दिनों में यह सिर्फ प्रीपेड मोबाइल रिचार्ज के लिए काम करता था। पत्नी उपासना सिंह इस जर्नी में उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलीं। दोनों ने मिलकर Mobikwik को यूजर्स फ्रेंडली बनाने पर काम किया। बिपिन ने उन यूजर्स के लिए SMS-बेस्ड रिचार्ज सेवा शुरू की, जिनके पास इंटरनेट नहीं था। यह कदम बहुत सफल साबित हुआ और Mobikwik पॉपुलर होता गया।

'पुल' मॉडल में बदलाव

बिपिन ने महसूस किया कि ट्रेडिशनल मोबाइल सर्विसेज की सीमाएं Mobikwik के डेवलपमेंट में बाधा बन सकती हैं तो उन्होंने इसे 'पुल' मॉडल में बदल दिया, जिससे यूजर्स सीधे रिचार्ज और प्रीमियम ऐप्स एक्सेस कर सकें। इस बदलाव की वजह से Mobikwik को बड़े ब्रांड्स जैसे PVR और कैफे कॉफी डे के साथ साझेदारी करने का मौका मिला।

Mobikwik को बजाज फाइनेंस से मिला सपोर्ट

2015 तक Mobikwik के पास 1.5 करोड़ वॉलेट यूजर्स और 25,000 बिजनेस साझेदार हो चुके थे और यह भारत की सबसे तेजी से बढ़ती डिजिटल पेमेंट कंपनियों में से एक बन गई। कुछ वर्षों बाद, भारत में कई बड़े फिनटेक स्टार्टअप्स शुरू हुए। बिपिन ने महसूस किया कि मार्केट में रूकने के लिए इंवेस्टर्स की जरूरत है। उन्होंने बजाज फाइनेंस को 10.83% हिस्सेदारी बेच दी, जिससे Mobikwik को बड़ा फाइनेंशियल सपोर्ट मिला।

अब मार्केट कैपिटल 23,567 करोड़ रुपये

Mobikwik अब भारत की टॉप फिनटेक कंपनियों में से एक है। 2023-24 में इसका सालाना कारोबार 890.32 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष से 58.67% अधिक है। इसका मार्केट कैपिटल 23,567 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। बिपिन और उनकी पत्नी उपासना की कुल संपत्ति 2,260 करोड़ रुपये आंकी गई है।

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