बहराइच के समर त्रिपाठी का गजब इनोवेशन...व्हीकल से चुटकियों में गायब कर देगा फॉग, रोड एक्सीडेंट पर लगाम

By Rajkumar Upadhyaya  |  First Published Aug 13, 2024, 5:48 PM IST

उत्तर प्रदेश के बहराइच के समर त्रिपाठी ने अपनी प्रतिभा से एक विशेष डिवाइस तैयार किया है। वह इंस्पायर अवार्ड के लिए भी चयनित हुए। जानें इस इनोवेटिव डिवाइस के बारे में।
 

बहराइच। बहराइच के जगतापुर नई बस्ती के निवासी समर त्रिपाठी कक्षा 9 के छात्र हैं। गजब का टैलेंट है। ऐसे डिवाइस का इनोवेशन किया है, जो सर्दी के सीजन में व्हीकल के शीशे पर जमा कोहरे को चुटकियों में गायब कर देगा। उनका यह आविष्कार सड़क सुरक्षा अभियान के कामों में क्रांति ला सकता है। इस यूनिक इनोवेशन के लिए उन्हें 10 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि देकर इंस्पायर अवार्ड नेशनल से सम्मानित भी किया जा चुका है।

कोहरे के कारण होते हैं एक्सीडेंट

समर त्रिपाठी का यह आविष्कार ठंडे मौसम में कोहरे की समस्या को समाप्त करने के लिए है। कोहरे की समस्या सिर्फ विजिबिलिटी ही प्रभावित नहीं करती, बल्कि सड़क पर होने वाले हादसों की संख्या भी बढ़ाती है। ICAO की रिपोर्ट के मुताबिक, कोहरे के कारण हर साल 12 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाएँ होती हैं। समर की डिवाइस इस समस्या का समाधान पेश कर रही है, जिसके जरिए कोहरे की समस्या को हल किया जा सकता है और रोड एक्सीडेंट्स की संख्या भी कंट्रोल की जा सकती है।

ये डिवाइस लिक्विड में बदल देती है फॉग

समर की डिवाइस को 'फॉग रिमूव डिवाइस' नाम दिया गया है। जिसका हिंदी अर्थ ‘कोहरे को हटाना’ होता है। यह डिवाइस फॉग को लिक्विड में बदल देती है। डिवाइस में कई चीजों का यूज किया गया है। जैसे कि छोटा मोटर, हीटिंग एलिमेंट, कंट्रोलिंग प्लेट, टीन बॉक्स, कंपोनेंट्स, वायर, स्विच, और चार्जर। 

कैसे काम करती है डिवाइस?

डिवाइस में मुख्य तौर पर हीटिंग एलिमेंट और फैन काम करते हैं। हीटिंग एलिमेंट का काम लगातार गर्मी उत्पन्न करना है। फैन गर्म हवा को कोहरे की तरफ फेंकता है। नतीजतन, फॉग तुरंत लिक्विड फॉर्म में परिवर्तित हो जाता है। यह मॉडल तेजी से कोहरे को गायब कर देता है। जिससे ​विजिबिलिटी में सुधार आता है। डिवाइस का मॉडल तैयार कर जल्द मार्केट में लाने की तैयारी है। भविष्य में समर की डिवाइस का उपयोग सड़क सुरक्षा, विमानन क्षेत्र, और अन्य ठंडी जगहों पर हो सकता है, जहाँ कोहरे की समस्या आम है। 

समर त्रिपाठी के बारे में जानिए

समर ने अपनी डिवाइस को बनाने में अपने विद्यालय के दोस्तों और लैब टीचर की मदद ली। विद्यालय में बच्चों को विभिन्न डिवाइस बनाने का प्रशिक्षण दिया जाता है, जिसका लाभ समर ने उठाया। वह बहराइच के सरस्वती विद्या मंदिर में पढ़ते हैं। समर त्रिपाठी के सपने और लक्ष्य इस डिवाइस के माध्यम से समाज को लाभ पहुँचाने और सुरक्षा बढ़ाने के हैं। वे भविष्य में और भी महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स पर काम करने की योजना बना रहे हैं।

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