दिल्ली के यमुनानगर की रहने वाली अंशिका के मां-पिता का देहांत बचपन में ही हो गया था। चाचा और दादी ने उन्हें पाला। यूपीएससी की तैयारी के दौरान दादी भी चल बसीं। मुश्किल समय से निकलकर अंशिका ने अपनी तैयारी जारी रखी। यूपीएससी एग्जाम के पांचवें अटेम्पट में उन्हें सफलता मिली, अंशिका आईपीएस बनीं।
रायपुर। दिल्ली के यमुनानगर की रहने वाली अंशिका के मां-पिता का देहांत बचपन में ही हो गया था। चाचा और दादी ने उन्हें पाला। यूपीएससी की तैयारी के दौरान दादी भी चल बसीं। मुश्किल समय से निकलकर अंशिका ने अपनी तैयारी जारी रखी। यूपीएससी एग्जाम के पांचवें अटेम्पट में उन्हें सफलता मिली, अंशिका आईपीएस बनीं। अंशिका की बीते 25 जून को छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस वासु जैन से शादी हुई है।
एक नम्बर की कमी से नतीजों से बाहर हुई थीं अंशिका
MY NATION HINDI से बात करते हुए वासु जैन कहते हैं कि अंशिका ने लिटिल फ्लावर स्कूल, शहादरा से बारहवीं तक की पढ़ाई की है। रामजस कॉलेज, दिल्ली से ग्रेजुएशन किया और यूपीएससी की तैयारी में जुट गईं। पहले दो अटेम्पट में वह प्रीलिम्स भी क्लियर नहीं कर सकी थीं। साल 2020 में तीसरे अटेम्पट में इंटरव्यू तक पहुंचीं। पर फाइनल लिस्ट में सिर्फ एक नम्बर की कमी से उनका नाम नतीजों से बाहर हो गया। यह बहुत ही कठिन क्षण होता है।
चौथे अटेम्पट में प्रीलिम्स तक नहीं निकला
अंशिका की यूपीएससी जर्नी का यह बहुत ही कठिन समय था। परीक्षा में असफलताओं के बाद ऐसा भी समय आता है, जब एस्पिरेंट खुद की क्षमताओं पर शक करने लगता है। उस दरम्यान वासु जैन ने भी उनका साथ दिया और वह अपनी परिस्थितियों से बाहर निकलीं। फिर उन्होंने यूपीएससी का चौथ अटेम्पट दिया। इस एग्जाम में उनका प्रीलिम्स ही नहीं निकला। परिवार और दोस्तों का सपोर्ट मिला तो फिर उन्होंने यूपीएससी एग्जाम का पांचवां अटेम्पट दिया। जिसमें उनकी 306वीं रैंक आई।
अंशिका की परवरिश करते रहें चाचा, शादी भी नहीं की
वासु जैन बताते हैं कि जन्म के 5 साल बाद ही अंशिका के मां-पिता नहीं रहें। उनका पालन-पोषण चाचा और दादी ने किया। चाचा ने शादी भी नहीं की। वासु जैन और अंशिका जैन ने यूपीएससी द्वारा आयोजित सीएपीएफ एग्जाम दिया था। वासु और अंशिका का पेपर क्लियर हो गया था। साल 2019 में शारीरिक परीक्षा की प्रैक्टिस के दौरान दोनों लोगों की मुलाकात हुई थी और अब चार साल बाद वासु और अंशिका शादी के बंधन में बंध गए।
अंशिक ने की हर बार नई शुरुआत
यूपीएससी में यदि एस्पिरेंटस किसी भी स्टेज पर परीक्षा से बाहर हो जाता है तो उसे फिर नये सिरे से परीक्षा देनी होती है। मतलब दोबार फिर से नयी शुरुआत करनी होती है। ठीक ऐसा ही अंशिका के साथ भी हुआ और उन्होंने यूपीएससी एग्जाम में पांच बार अपनी किस्मत आजमाई।