Success Story: लाखों की नौकरी छोड़ करोड़ों कमा रहें ये 5 IITians, लॉन्‍ड्री कम्‍पनी से लेकर एजूकेशन तक धाक

By Rajkumar Upadhyaya  |  First Published May 27, 2024, 1:43 PM IST

 IITians Success Story: साइंस स्ट्रीम के ज्यादातर स्टूडेंट्स का सपना आईआईटी से पढ़ना होता है। हम आपको 5 ऐसे  IITians के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने नौकरी को प्रॉयरिटी नहीं दी, बिजनेस शुरू किया। अब करोड़ों की कमाई कर रहे हैं। 

Success Story: वर्तमान दौर में क्वालिटी एजूकेशन लेकर लोग MNC में नौकरी का सपना देखते हैं। देश के प्रतिष्ठित IIT-IIM संस्थान उनकी पहली पसंद हैं। जहां आमतौर पर पढ़ाई के बाद अच्छे पैकेज पर नौकरी मिलना तय माना जाता है। क्या आपको पता है कि इन्हीं लोगों के बीच में ऐसे स्टूडेंट्स भी हैं, जिन्होंने आईआईटी से पढ़ाई की। लाखों रुपये पैकेज पर नौकरी शुरू की। पर कुछ समय बाद अच्‍छी खासी नौकरी ठुकराकर अपना बिजनेस शुरू करने का फैसला लिया। आज हम आपको ऐसे ही 5  IITians के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने जॉब ठुकराने का बड़ा रिस्क लिया। पर कुछ ही वर्षों में सैकड़ों करोड़ की कम्पनी खड़ी कर दी। आइए उनके बारे में जानते हैं।

1. कल्पित वीरवाल की सफलता की कहानी

राजस्थान के रहने वाले कल्पित वीरवाल ने जेईई मेन में साल 2017 में ऑल इंडिया नंबर-1 रैंक हासिल करने के बाद आईआईटी बॉम्बे से पढ़ाई की। प्लेसमेंट का मौका छोड़ अपना स्टार्टअप शुरू करने का फैसला लिया। उनका मकसद लोगों को रोजगार देकर राष्ट्र का निर्माण करना था। साल 2019 में ऑनलाइन एजुटेक कंपनी AcadBoost Technologies शुरू की। वर्तमान में 30 से अधिक लोगों को रोजगार दिया है। 60 हजार से अधिक स्कूल-कॉलेज के छात्रों व शिक्षकों को सशक्त बनाने के मिशन में लगे हैं।

2. प्रियंका गुप्ता सक्सेस स्टोरी

आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur) से ग्रेजुएट प्रियंका गुप्ता (Priyanka Gupta) ने MNC की कॉर्पोरेट नौकरी को छोड़कर फिटनेस कोच के रूप में कॅरियर शुरू करने का निर्णय लिया। अपने पहले स्टार्टअप में असफल रहीं। वर्ष 2012 में उन्होंने पहला स्टार्टअप, इंडियाबुकस्टोर लॉन्च किया था। अच्छी नौकरी छोड़कर स्टार्टअप शुरू करना रिस्की होता है। पर वह आगे बढ़ती रहीं और अब सफल लोगों में उनकी गिनती होती है।

3. लॉन्ड्री बिजनेस में खड़ी कर दी 170 करोड़ की कम्पनी

जमशेदपुर में जन्मे अरुनाभ सिन्हा मिडिल क्लास फ़ैमिली में पले-बढ़े। पिता टीचर और मां हाउस वाइफ है। घर की माली हालत ठीक नहीं थी। मां ने अपनी शादी के कंगन बेचकर बेटे को IIT बॉम्बे से इंजीनियरिंग कराई। पढ़ाई के बाद ट्रिबो होटल्‍स में 84 लाख रुपये सालाना पैकेज पर नौकरी कर रहे थे। उन्होंने 2015 में अपना पहला स्टार्टअप फ़्रैंक ग्लोबल शुरू कर दिया था। पर कस्टमर की दिक्कतों को देखते हुए जॉब छोड़कर 2017 में U Clean कंपनी की शुरुआत कर दी। कम्पनी का सालाना 170 करोड़ का कारोबार है।

4. साई कृष्णा पोपुरी मिलेट बिजनेस

आईआईटी दिल्ली से पढ़ाई के बाद साई कृष्णा पोपुरी (Sai Krishna Popuri Success Story) ने एजुकेशन सेक्टर में नौकरी शुरू की। खुद का बिजनेस शुरू करना चाहते थे। उनके पिता डायबिटीज के पेशेंट थे। डॉक्टर ने जई या क्विनोआ के सेवन की सलाह दी। उन्होंने उस पर रिसर्च शुरू किया तो पता चला कि क्विनोआ दक्षिण अमेरिका से आता है। उसके विकल्प के तौर पर बाजरे के बारे में पता चला। 2013 में रिसर्च शुरू की। एक साल बाद मार्केट में प्रोडक्ट लाएं। धीरे-धीरे उनका व्यापार चल पड़ा। अब कई तरह के मिलेट प्रोडक्ट्स बेचते हैं। हर साल 2.5 करोड़ रुपये की इनकम है।

5. चाय बेचकर खड़ी कर दी 2000 करोड़ की कम्‍पनी 

मुंबई आईआईटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग करने के बाद नितिन सलूजा (Nitin Saluja Success Story) ने अमेरिका की एक बड़ी कंपनी में मैनेजमेंट कंसलटेंट की नौकरी शुरू कर दी। 5 साल बाद लाखों के पैकेज वाली नौकरी छोड़कर भारत लौटे और खुद का बिजनेस करने की ठानी। देश में 'मेरी वाली चाय' के स्‍लोगन के साथ चायोस (chaayos) कैफे शुरू कर दिया, जो अब 2000 करोड़ रुपये की कम्पनी में तब्दील हो चुकी है। दरअसल, अमेरिका में रहने के दौरान वह चाय पीने के लिए तरस गए थे। तभी उन्होंने सोचा कि इंडिया में काफी कैफे तो बहुत हैं, पर चाय कैफे नहीं। वहीं से उन्हें चाय कैफे शुरू करने का आइडिया आया।

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