जानें कैसे उत्तर प्रदेश के एक किसान के बेटे, डॉ. अकरम अहमद ने 6 लाख रुपये की नौकरी छोड़कर 'एकेडमिकली ग्लोबल' एडटेक स्टार्टअप की शुरुआत की और हर महीने 2 करोड़ रुपये कमाई का मुकाम हासिल किया।
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गांव के रहने वाले डॉ. अकरम अहमद ने अपनी कड़ी मेहनत के बल पर ऐसा मुकाम हासिल किया है, जिससे परिवार ही नहीं, इलाके का नाम भी रोशन हो गया है। उनके पिता खेती किसानी का काम करते थे। डॉ. अहमद कभी 6 लाख रुपये मंथली सैलरी वाली जॉब करते थे। अब 'एकेडमिकली ग्लोबल' नाम का एडटेक प्लेटफॉर्म चलाते हैं। यह स्टार्टअप मेडिकल प्रोफेशनल्स को लाइसेंसिंग परीक्षाओं की तैयारी कराता है, ताकि वह विदेश में बेहतर नौकरी पा सकें।
कैसे हुई डॉक्टर बनने की शुरुआत?
डॉ. अकरम अहमद का सपना एक फार्मासिस्ट बनने का था और वे मेडिकल स्टोर खोलना चाहते थे। उनके पिता ने हमेशा उनको सपोर्ट किया और उन्हें हॉयर एजूकेशन के लिए मोटिवेट करते रहें। फार्मेसी में डॉक्टरेट की डिग्री लेने के बाद, डॉ. अहमद ने अपना करियर शुरू किया।
मलेशिया में फार्मेकोलॉजी लेक्चरर की पहली नौकरी
अपने यूनिवर्सिटी में एक अमेरिकी वक्ता से बातचीत के दौरान डॉ. अहमद को विदेश में मेडिकल क्षेत्र में उपलब्ध अपार्च्युनिटी के बारे में पता चला। इससे इंस्पायर होकर उन्होंने विदेश में नौकरी तलाशने का निर्णय लिया। जल्द ही, मलेशिया में फार्मेकोलॉजी लेक्चरर के रूप में अपनी पहली नौकरी हासिल की, जिसने उनके जीवन की दिशा बदल दी।
सिडनी विश्वविद्यालय से पीएचडी
मलेशिया में कुछ समय काम करने के बाद डॉ. अहमद ने सिडनी विश्वविद्यालय से पीएचडी पूरी की। इस दौरान उन्होंने देखा कि भारत और अन्य देशों के कई मेडिकल प्रोफेशनल्स विदेश में अच्छी नौकरी पाने का सपना देखते हैं, लेकिन लाइसेंसिंग परीक्षाओं और अन्य जरूरी जानकारी की कमी के कारण उन्हें सही मौके नहीं मिल पाते। इस कमी को उन्होंने एक अवसर के रूप में देखा और इस सेक्टर में काम करने का निर्णय लिया।
YouTube पर शेयर की एग्जाम की जानकारी
डॉ. अहमद, सिडनी चिल्ड्रन हॉस्पिटल नेटवर्क में एक शोध प्रबंधक के रूप में काम कर रहे थे। उसी दरम्यान YouTube पर विदेशी मेडिकल नौकरियों और लाइसेंसिंग परीक्षाओं के बारे में जानकारी शेयर करनी शुरू कर दी। उनके वीडियोज खूब पॉपुलर हुए और देखते ही देखते उनके ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से लाखों फॉलोअर्स जुड़ गए।
6 लाख रुपये महीने की नौकरी छोड़ी
2022 में, डॉ. अहमद ने 6 लाख रुपये महीने की नौकरी को अलविदा कह दिया और "एकेडमिकली ग्लोबल" हेल्थकेयर एडटेक स्टार्टअप की शुरुआत कर दी, जो विशेष रूप से मेडिकल प्रोफेशनल्स को विदेश में हाई-पेमेंट जॉब्स के लिए लाइसेंसिंग परीक्षाओं की तैयारी में सहायता करता है। यह प्लेटफॉर्म सिडनी और भारत दोनों जगहों से चलता है और इसके सिलेबस ग्लोबल लेवल पर 75 से अधिक देशों के स्टूडेंट्स की हेल्प करते हैं।
50,000 डॉलर से हुई थी शुरुआत
डॉ. अहमद ने इस प्लेटफॉर्म की शुरुआत महज 50,000 डॉलर की पूंजी से की थी। अब हर महीने हजारों स्टूडेंट इस प्लेटफॉर्म से जुड़ रहे हैं। यह स्टार्टअप कई देशों में उपलब्ध लाइसेंसिंग परीक्षाओं, सिलेबस, और प्रिपरेशन की स्ट्रेटजी पर फोकस करता है। ताकि मेडिकल प्रोफेशनल्स आसानी से अपनी तैयारी कर सकें और विदेश में अच्छी जॉब हासिल कर सकें।
ये भी पढें-कभी Pizza Hut में नौकरी, आज खुद का बिजनेस, 8 करोड़ सालाना कमाई...