UPSC Success Story: IIT टॉपर-जॉब छोड़ी, 4 बार यूपीएससी में फेल, दोस्त देने लगें ताने, फिर ऐसे बनें IAS

By Rajkumar UpadhyayaFirst Published Jun 25, 2024, 2:28 PM IST
Highlights

IAS Success Story: राजस्थान के जयपुर निवासी आशीष कुमार सिंघल आईआईटी टॉपर रहें। अच्छी खासी जॉब कर रहे थे। यूपीएससी प्रिपरेशन के लिए नौकरी छोड़ी। लगातार चार बार यूपीएससी एग्जाम में फेल हुए तो दोस्त ताने देने लगें।

IAS Success Story: राजस्थान के जयपुर निवासी आशीष कुमार सिंघल आईआईटी टॉपर रहें। अच्छी खासी जॉब कर रहे थे। यूपीएससी प्रिपरेशन के लिए नौकरी छोड़ी। लगातार चार बार यूपीएससी एग्जाम में फेल हुए तो दोस्त ताने देने लगें। लोगों को लगा कि वह इस प्रोफेशन के लिए बने ही नहीं है। फेलियर से सीखकर यूपीएससी 2023 के पांचवें अटेम्पट में आल इंडिया 8वीं रैंक हासिल कर आईएएस बनें। आइए जानते हैं उनकी इंस्पिरेशनल स्टोरी। 

आईआईटी खड़गपुर के गोल्ड मेडलिस्ट

बचपन से ही पढ़ाई में होशियार रहे आईएएस आशीष कुमार सिंघल की सक्सेस स्टोरी रोचक है। आईआईटी खड़गपुर से पढ़ाई की। गोल्ड मेडलिस्ट रहे। इंडस्ट्रियल मैनेजमेंट में एमटेक की डिग्री ली। फिर साल भर हरियाणा के गुरुग्राम की निजी कम्पनी में जॉब करने लगें। यूपीएससी ट्रॉय करने का विचार आया तो अच्छी-खासी सैलरी वाली नौकरी छोड़ दी और यूपीएससी की तैयारी करने जयपुर लौटें। बिना कोचिंग जॉइन किए घर से ही प्रिपरेशन में जुट गए।   

यूपीएससी में 4 बार फेलियर

आशीष ने साल 2019 में यूपीएससी का पहला अटेम्पट दिया पर मेंस में असफल हो गए। साल 2020 के दूसरे प्रयास में प्रीलिम्स क्लियर नहीं हो सका। साल 2021 के तीसरे प्रयास में फिर मेंस तक पहुंचे। साल 2022 में फिर यूपीएससी एग्जाम दिया। इस बार फिर प्रीलिम्स में अटक गए तो लोगों को लगा कि वह इस प्रोफेशन के लिए नहीं हैं। परिजन और लगातार असफलताओं को लेकर ताना मारने लगें। पर उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। हालांकि पैरेंट्स का सपोर्ट उनको मिलता रहा। उनके पिता रमेश चंद्र सरकारी टीचर थे और मां हाउस वाइफ। 

यूपीएससी प्रिपरेशन में थीं ये कमियां

आशीष ने सिविल सर्विस क्लियर करने का लक्ष्य तय कर रखा था। अपने चारो प्रयासों की कमियों को आंकलन किया। उनके अनुसार, 2019 में प्रीलिम्स की तैयारी की पर मेंस पर ध्यान नहीं दे सकें। साल 2020 में अच्छे से तैयारी नहीं की थी। 2021 के एग्जाम में 20 मार्क्स से मेंस कटआफ से पीछे रह गए थे। उस दरम्यान एग्जाम के 15 दिन पहले बहन की शादी पड़ गई थी। उसका भी तैयारी पर असर पड़ा। साल 2022 के चौथे अटेम्पट में असफलता पर उनको काफी निराशा हुई थी। 

यूपीएससी 2023 में 8वीं रैंक

बहरहाल, लगातार मिल रही असफलताओं के बाद उन्होंने अपनी स्ट्रैटेजी बदली। 5वें अटेम्पट तक वह ये समझ गए थे कि उनकी रणनीति में क्या कमिया हैं। इसलिए यूपीएससी 2023 में अपनी गलतियों से सीखा। NCERT और सिलेबस के रिवीजन पर ज्यादा फोकस किया। 2023 में 8वीं रैंक हासिल कर आईएएस बनें। 

ये भी पढें-Success Story: 4 साल की उम्र में हॉस्टल...13 साल में अनाथ, ऐसे बने टैक्स इंस्पेक्टर-UPSC में ​भी सेल..

click me!