UPSC EXAM क्रैक करके अफसर बनना ज्यादातर स्टूडेंट्स का सपना होता है। क्या आपको पता है कि पिछले 15 साल में पहली बार ऐसा हुआ कि जब एक ही टीचर के पढ़ाए 2 स्टूडेंट यूपीएससी में फर्स्ट रैंक लेकर आए। वह टीचर हैं शुभ्रा रंजन।
नई दिल्ली। UPSC EXAM क्रैक करके अफसर बनना ज्यादातर स्टूडेंट्स का सपना होता है। क्या आपको पता है कि पिछले 15 साल में पहली बार ऐसा हुआ कि जब एक ही टीचर के पढ़ाए 2 स्टूडेंट यूपीएससी में फर्स्ट रैंक लेकर आए। वह टीचर हैं शुभ्रा रंजन। जिन्होंने देश को कई आईएएस और आईपीएस अफसर दिए। आइए उनके बारे में जानते हैं विस्तार से।
कौन हैं शुभ्रा रंजन?
Shubhra Ranjan IAS इंस्टीट्यूट की फाउंडर शुभ्रा रंजन UPSC प्रिपरेशन करने वाले स्टूडेंट्स को पॉलीटिकल साइंस, इंटरनेशनल रिलेशन जैसे सब्जेक्ट पढ़ाती हैं, जो यूपीएससी एग्जाम के लिहाज से काफी मायने रखते हैं। वह यूपीएससी एग्जाम की प्रिपरेशन करने वाले स्टूडेंट्स के डाउट्स भी बेहतरीन अंदाज में क्लियर करती हैं।
यूपी के सीतापुर की रहने वाली हैं शुभ्रा रंजन
मूल रूप से यूपी के सीतापुर की रहने वाली शुभ्रा रंजन के परिवार में ज्यादातर लोग एडवोकेट या टीचर हैं। बचपन से ही पढ़ने और टीचिंग का ऐसा शौक था कि जब बड़ी हुई तो आसपास के स्टूडेंट्स को पढ़ाने लगीं। दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने के बाद कुछ समय तक पढ़ाया भी। यूपी हायर कमीशन के जरिए सेलेक्शन मिला और कई स्कूलों में टीचर रहीं। ध्यान देने की बात यह है कि उन्होंने कभी यूपीएससी का एग्जाम नहीं दिया। सिविल सर्विस ने उन्हें कभी अट्रैक्ट नहीं किया।
शुभ्रा रंजन ने स्टूडेंट्स को दी क्या सलाह?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शुभ्रा रंजन कहती हैं कि स्टूडेंट जब तक पढ़ाई करें, तब तक बिल्कुल डिस्ट्रैक्ट न हों। जितना पढ़ा है, उस डेटा को एग्जाम में अच्छी तरह इस्तेमाल करें। ज्यादा घंटे पढ़ने के बजाए जरुरी यह है कि जितनी देर तक पढ़ें पूरी तरह मगन होकर पढ़ें। यदि इस तरह आप साल भर पढ़ते हैं तो डेली 3-4 घंटे पढ़ना ही पर्याप्त होगा। आपको बता दें कि शुभ्रा रंजन की पढ़ाई हुई स्टूडेंट इशिता किशोर ने UPSC Exam 2022 में पहली रैंक हासिल की थी, जबकि टीना डाबी ने 2015 में पहली रैंक पाई थी।