केन्द्रीय वित्त मंत्रालय की बैंकिंग डिविजन ने बैंक सुविधाओं के घंटे बढ़ाने का फैसला लागू किया है। यह देश के ग्रामीण बैंकों पर भी समान रुप से प्रभावी होगा।
नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्रालय की बैंकिंग डिवीजन ने फैसला किया है कि सभी सरकारी और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक सुबह 9 बजे खोल दिए जाएं। आमतौर पर सरकारी सेक्टर के बैंकों में कामकाज 10 बजे के बाद ही शुरू होता है। ऐसे में वित्त मंत्रालय के बैंकिंग डिवीजन ने फैसला किया है कि सभी सरकारी और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के सर्विस विंडोज सुबह 9 बजे कार्य रुप में ला दिए जाएं। यानी इसके लिए बैंक कर्मचारियों को इसके पहले पहुंचना होगा।
दरअसल, देशभर के बैंकों के एक समय पर खुलने के मकसद से केंद्रीय वित्त मंत्रालय की बैंकिंग डिवीजन ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए जून में बैठक की थी। इस बैठक में तय हुआ था कि बैंक शाखाएं ग्राहकों की सुविधा के हिसाब से खुलनी चाहिए। इसमें बैंक शाखाओं के खुलने के समय में बदलाव को मंजूरी दी गई है।
बैंक एसोसिएशन यानी आईबीए ने 24 जून को ग्राहक सुविधा पर गठित उपसमिति की बैठक में बैंक शाखा खुलने के लिए तीन विकल्प प्रस्तुत किए। पहला, सुबह नौ से दोपहर तीन बजे, दूसरा सुबह 10 से शाम चार बजे और तीसरा, सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक। इसके बाद बैंकों से कहा गया है कि 31 अगस्त तक जिला स्तरीय ग्राहक समन्वय समिति की बैठक कर समय तय कर लें और उसकी सूचना स्थानीय समाचार पत्र में भी दें।
हालांकि जहां ग्राहक देर तक बैंकिंग सेवा चाहते हैं, वहां पहले की तरह सुबह 10 या 11 बजे से भी बैंक खोलने का विकल्प लगातार लागू रहेगा। बैंकिंग का नया समय सितंबर में अमल में आ जाने की संभावना जताई जा रही है।