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श्रद्धालुओं के भरोसे का गलत फायदा उठाता राम रहीम, पहुंच गया अंजाम तक

Published : Sep 16, 2019, 11:24 PM IST
श्रद्धालुओं के भरोसे का गलत फायदा उठाता राम रहीम, पहुंच गया अंजाम तक

सार

सोशल मीडिया अकाउंट पर दिए गए गुरमीत राम रहीम के परिचय के मुताबिक उसे "आध्यात्मिक संत / परोपकारी / बहुमुखी गायक / ऑलराउंडर स्पोर्ट्सपर्सन / फिल्म निर्देशक / अभिनेता / कला निर्देशक / संगीत निर्देशक / लेखक / गीतकार / आत्मकथा लेखक के रुप में बताया जाता है। यहां तक कि उसने खुद को ईश्वर का दूत(मैसेंजर ऑफ गॉड) भी बताना शुरु कर दिया था। लेकिन सच यह है कि वह एक ऐसे साम्राज्य का मालिक था जहां उसके आदेश पर हत्या, बंध्याकरण और बलात्कार किये जाते थे।

बैंगलुरु: राम रहीम डेरा सच्चा सौदा में तब आया था, जब उसकी उम्र केवल सात वर्ष की थी। बाद में वह तत्कालीन डेरा प्रमुख शाह सतनाम के हाथ से गद्दी हासिल करने में सफल रहा। उसने दावा किया कि शाह सतनाम ने उसे "स्वेच्छा से" गद्दी सौंपी थी। लेकिन ऐसा अफवाहें है कि गद्दी हासिल करने के लिए उसनेबंदूक का सहारा लिया था।

राम रहीम ने जब डेरा प्रमुख की गद्दी संभाली तब वह एक छोटा सा आश्रम था। लेकिन उसके डेरा प्रमुख बनने के बाद जल्द ही यह 700 एकड़ का परिसर बन गया। जहां पर भक्तों की सुविधा के लिए दुकानें, स्कूलें, तीन अत्याधुनिक अस्पताल, सात स्कूल और कॉलेज, दो पॉश होटल तैयार किए गए। यहां तक कि उसके कैंपस में दो पेट्रोल पंप भी थे। राम रहीम के पास भारत में और विदेशों में भी कई संपत्तियां थी।


युवाओं को आकर्षित करने के लिए राम रहीम ने बॉलीवुड मसाला फिल्मों के निर्माण का रास्ता चुना।  इसमें रॉक म्यूजिक, आईटम डांस नंबर और जबरदस्त एक्शन सीन होते थे, जो तकि आखिरकार राम रहीम की जीत को दर्शाते थे।

राम रहीम ने 5 फ़िल्में बनाईं- एमएसजी: द मैसेंजर ऑफ़ गॉड, एमएसजी-2: द मैसेंजर, एमएसजी:द वॉरियर लायन हार्ट, हिंद का नापाक को जवाब और जट्टू इंजीनियर। इन फिल्मों ने विश्व स्तर पर 1000 करोड़ की कमाई की।


राम रहीम की फिल्मों में धमाकेदार डायलॉग होते थे। जैसे -हमें मारना अपने आप को मारने के बराबर है।

लेकिन यह सच है कि राम रहीम के साम्राज्य में सेंध लगाना इतना आसान नहीं था। क्योंकि उसे कानूनी शिकंजे तक पहुंचाने के लिए 200 अदालती सुनवाईयां हुईं। इसके अलावा दो बेखौफ साध्वियों की गवाही ने राम रहीम को अंजाम तक पहुंचाने में बहुत बड़ी भूमिका अदा की। जिसमें से एक साध्वी नाबालिग थी, जिसने रेप का आरोप लगाया था।


राम रहीम अपने डेरे में स्थित अपनी गुफा में अक्सर लड़कियों को बुलाकर उनका बलात्कार करता था।  बाद में रेप पीड़िता इन लड़कियों को आखिरकार राम रहीम के उन पुरुष अनुयायियों से शादी करनी पड़ती थी,  जो उसके निर्देशों का आँख बंद करके पालन करते थे।

साल 2012 में राम रहीम के एक पूर्व अनुयायी की एक याचिका के बाद धमाका हो गया जिसमें उसने आरोप लगाया था कि  डेरे में 400 से ज्यादा अनुयायियों का जबरदस्ती बंध्याकरण किया गया। जिसके बाद लोगों का ध्यान राम रहीम के कारनामों की तरफ गया।

बाद में दो साध्वियों ने राम रहीम के खिलाफ बलात्कार के मामले में गवाही दी और उनमें से एक नाबालिग थी। कहा जाता है कि आश्रम में 40 से 50 लड़कियों के साथ बलात्कार हुआ है लेकिन कोई भी गवाही देने को तैयार नहीं होता था। राम रहीम को ही पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड मामले में मुख्य साजिशखर्ता के तौर पर गिना गया। जिन्होंने अपने अखबार में बलात्कार पीड़डित लड़कियों के गुमनाम खत प्रकाशित किए थे।

राम रहीम ने अपने सारे गुनाह आध्यात्मिक गुरु का नकाब पहन कर किया। उसने मासूम लोगों को बेवकूफ बनाया और उनके भरोसे का गलत इस्तेमाल किया। यह है राम रहीम के घिनौने साम्राज्य की कहानी।

Abhinav Khare

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