जन्माष्टमी पर श्री बजरंग सेना का संदेश: श्रीकृष्ण के आदर्शों से आत्मनिर्भर और संस्कारित भारत का निर्माण

Published : Aug 16, 2025, 05:40 PM IST
Shri-Bajrang-Sena-National-President-Hitesh-Vishwakarma-wish-on-Janmashtami-2025

सार

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर श्री बजरंग सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष हितेश विश्वकर्मा ने देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने गीता संदेश को जीवन में अपनाने, अन्याय व अधर्म के खिलाफ खड़े होने और आत्मनिर्भर भारत निर्माण में योगदान का आह्वान किया।

नई दिल्ली, 16 अगस्त। भारतवर्ष में आज पूरे हर्ष और उल्लास के साथ भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव 'श्रीकृष्ण जन्माष्टमी' मनाया जा रहा है। यह पावन पर्व केवल धार्मिक आस्था का ही प्रतीक नहीं है, बल्कि यह हमें सत्य, धर्म, न्याय और कर्तव्यनिष्ठा के मार्ग पर चलने की प्रेरणा भी देता है।

श्री बजरंग सेना की ओर से समस्त देशवासियों को इस अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएँ एवं मंगलकामनाएँ प्रेषित की जाती हैं।

राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री हितेश विश्वकर्मा ने अपने संदेश में कहा- 'भगवान श्रीकृष्ण ने गीता के माध्यम से हमें जो उपदेश दिए, वे आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितने हजारों वर्ष पूर्व थे। श्रीकृष्ण ने सिखाया कि जब-जब अधर्म बढ़ता है, तब-तब धर्म की रक्षा हेतु सज्जन और धर्मपरायण लोगों को आगे आना चाहिए। जन्माष्टमी हमें यह संकल्प दिलाती है कि हम समाज में फैली बुराइयों, अन्याय और अधर्म के खिलाफ आवाज उठाएँ और सत्य, धर्म और न्याय की स्थापना करें।'

उन्होंने आगे कहा कि श्री बजरंग सेना सदैव राष्ट्रहित और समाजसेवा के लिए समर्पित रही है और आगे भी रहेगी। इस पावन अवसर पर संगठन सभी से आह्वान करता है कि हम श्रीकृष्ण के आदर्शों को जीवन में अपनाएँ, युवाओं को गीता का संदेश समझाएँ, और एक मजबूत, संस्कारित तथा आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में सहयोग करें।

भगवान श्रीकृष्ण की कृपा से हर घर में सुख-शांति, समृद्धि और आनंद का संचार हो।

PREV
Read more Articles on

Recommended Stories

79वें स्वतंत्रता दिवस पर श्री बजरंग सेना अध्यक्ष हितेश विश्वकर्मा का राष्ट्रभक्ति आह्वान: ‘भारत सर्वोपरि’ का संदेश
रक्षाबंधन पर श्री बजरंग सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष हितेश विश्वकर्मा का संदेश- भाईचारे, एकता और राष्ट्रभक्ति का आह्वान