प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में ओखा मुख्य भूमि और बेट द्वारका को जोड़ने वाले लगभग 2.5 किलोमीटर लंबे केवल आधारित पुल सुदर्शन सेतु का उद्घाटन किया। यह पुल भारत का सबसे लंबा केबल ब्रिज है। पहले इसका नाम सिग्नेचर ब्रिज था। जिसे अब सुदर्शन सेतु या सुदर्शन ब्रिज कर दिया गया है।
द्वारका (गुजरात)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने गृह राज्य गुजरात के दौरे पर हैं तीन दिवसीय दौरे का आज आखिरी दिन है। 25 फरवरी को सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने राज्य के लोगों को एक शानदार सौगात दी है। उन्होंने गुजरात में ओखा मुख्य भूमि और बेट द्वारका को जोड़ने वाले लगभग 2.5 किलोमीटर लंबे केवल आधारित पुल सुदर्शन सेतु का उद्घाटन किया। यह पुल भारत का सबसे लंबा केबल ब्रिज है। पहले इसका नाम सिग्नेचर ब्रिज था। जिसे अब बदलकर सुदर्शन सेतु या सुदर्शन ब्रिज कर दिया गया है।
द्वारकाधीश जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए आसान हो गई राह
गुजरात के बेट द्वारका ओखा बंदरगाह के पास एक द्वीप है। वहां पर भगवान वासुदेव श्रीकृष्ण का प्रसिद्ध द्वारकाधीश मंदिर स्थित है। यह द्वीप द्वारका शहर से तकरीबन 32 किलोमीटर दूर है। उद्घाटन अवसर पर पीएम मोदी के साथ गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल भी अपनी टीम के साथ मौजूद थे। अपने ड्रीम प्रोजेक्ट ओखा वेट द्वारका सिग्नेचर ब्रिज के उद्घाटन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि "यह गुजरात की विकास यात्रा के लिए शानदार अवसर होगा। उन्होंने सुदर्शन सेतु के उद्घाटन से पहले रविवार सुबह गुजरात बैठ के द्वारका मंदिर में जाकर पूजा अर्चना की और भगवान के दर्शन किए।
एक दिन पहले गुजरात को खास तोहफा देने की पीएम मोदी ने की थी घोषणा
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने एक्स हैंडल सोशल साइट पर 24 फरवरी को एक पोस्ट डाली थी। जिसमें लिखा था, "कल गुजरात के विकास पद के लिए एक खास दिन है। उद्घाटन की जाने वाली कई परियोजनाओं में ओखा मुख्य भूमि और बेट द्वारका को जोड़ने वाला सुदर्शन सेतु भी शामिल है। यह एक आश्चर्यजनक परियोजना है जो कनेक्टिविटी बढ़ाएगी।"
भगवत गीता के श्लोक, दोनों तरफ भगवान कृष्ण की छवियों से सजा फुटपाथ है "सुदर्शन ब्रिज" की खासियत
देश के सबसे लंबे केबल ब्रिज सुदर्शन सेतु की अपनी एक खास खासियत है। 2.5 किलोमीटर लंबे इस पुल से द्वारकाधीश मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए यात्रा सुगम हो गई है। वर्ष 2017 में केंद्र सरकार की ओर से स्कूल का शिलान्यास किया गया था। जिसका उद्देश्य ओखा और बेट द्वारका के बीच पहुंच को आसान बनाना था। इसके निर्माण से पहले तीर्थ यात्राओं को बेड द्वारका में द्वारकाधीश मंदिर तक पहुंचाने के लिए नाव से जाना पड़ता था।
7 साल और 978 करोड़ की लागत से तैयार हुआ सेतु
7 साल और 978 करोड रुपए की लागत से तैयार इस पुल का डिजाइन अद्वितीय है। जिसमें भगवत गीता के श्लोक और दोनों तरफ भगवान श्री कृष्ण की छवियों से सजा हुआ फुटपाथ भी बना है। सबसे बड़ी बात यह की इसे देश का सबसे लंबा केवल आधारित पुल होने का गौरव मिला है। जिसमें फुटपाथ के ऊपरी हिस्सों पर सोलर पैनल लगाए गए हैं, जो एक मेगावाट बिजली पैदा करते हैं।
Stunning Sudarshan Setu! pic.twitter.com/VpNlb95WMe
— Narendra Modi (@narendramodi)शनिवार को जामनगर में पीएम ने किया था रोड शो
इससे पहले 24 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के जामनगर पहुंचे। वहां उन्होंने एक शानदार रोड शो किया। रोड शो के दौरान मोदी मोदी, भारत माता की जय, जय श्री राम, जय द्वारिकाधीश जैसे नारे गूंजे। रोड शो करते हुए पीएम मोदी का काफिला सर्किट हाउस की ओर बढ़ा। दोनों तरफ लोगों का मजमा लगा हुआ था। प्रधानमंत्री को देखने कि लोगों में होड़ लगी थी।