‘’बंगाल में एनआरसी का विरोध करने वाले अपना बोरिया बिस्तर बांध ले’’

Jul 31, 2018, 2:16 PM IST

असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनसीआर) का ड्राफ्ट जारी हो गया है। इस के जारी होने के बाद असम में रह रहे 40 लाख लोग अवैध घोषित हो गए हैं। लेकिन यह मामला यही समाप्त होता नहीं दिख रहा है। अब बंगाल में भी एनआरसी लागू करने की मांग उटने लगी है। बंगाल में एनआरसी लागू कराने की मांग सबसे ज्यादा भाजपा की तरफ से उठ रहीं है। 

बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि अगर उनकी सरकार आती है तो बंगाल में भी असम की तर्ज पर एनआरसी लागू किया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने कहा कि बंगाल में करीब 1 करोड़ से अधिक बांग्लादेशी अवैध रूप से रह रहे हैं। हम किसी को भी नहीं छोड़ेंगे, उन्हें अब काफी बुरे वक्त का सामना करना पड़ेगा, घोष ने कहा कि जो लोग उनका समर्थन कर रहे हैं, वह भी अपना सामान पैक कर लें।

केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी इस मुद्दे पर वोट बैंक की राजनीति कर रहीं हैं। उन्होंने कहा कि 1971 पूर्वी पाकिस्तान के समय करीब सवा करोड़ लोगों ने घुसपैठ की थी। लेकिन ममता बनर्जी को यह दिखाई नहीं दे रहा उन्हे केवल अपने वोट बैंक की चिंता है। इसलिए वह एनआरसी का विरोध कर रहीं है। 

ऐसा नहीं की बंगाल में एनआरसी लागू करने की मांग केवल बंगाल से उठ रही है। अब यह मामला देश के कई अन्य जगहों से भी उठ रहीं है। हैदराबाद से भाजपा विधायक राजा सिंह का एक भड़काऊ बयान सामने आया है। राजा सिंह ने कहा है कि जो अवैध बांग्लादेशी अपने देश वापस नहीं लौट रहे हैं, उन्हें गोली मार देनी चाहिए। 

दरअसल बंगाल इस समय भयंकर हिंसा की चपेट में है वहा बराबर सांप्रदायिक झड़प की खबरे आ रहीं हैं। इस हिंसा के लिए अवैध बांग्लादेशी घुसपैठिए को माना जाता है। इस धुसपैठ के कारण बंगाल में कई समस्याएं उत्पन्न हो गई हैं। 

भाजपा अवैध प्रवासीयों का मुद्दा हमेशा उठाती आ रही है 2014 के लोकसभा चुनाव के समय भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अवैध प्रवासियों को चिन्हीत कर उन्हें वापस भेजने की बात करते थे।