बिहार में कोरोनावायरस ने 18 नए मामले दर्ज किए गए हैं और इसके बाद संक्रमितों की संख्या 450 तक पहुंच गई है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने शुक्रवार को कहा कि बिहार में कोरोनावायरस के अठारह नए मामले सामने आए हैं। हालांकि राज्य में अभी तक कोरोना संक्रमण से दो लोगों की मौत हुई है जबकि 82 लोग ठीक हो गए हैं और घरों के लिए डिस्चार्ज किए जा चुके हैं।
पटना। बिहार में चल रहे लॉकडाउन के बावजूद कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा होता जा रहा है। राज्य में कोरोना संक्रमण के 18 नए मामले दर्ज किए गए हैं। जिसके बाद राज्य में संक्रमितों की संख्या 450 तक पहुंच गई है। हालांकि केन्द्र सरकार ने बिहार और पश्चिम बंगाल में बढ़ रहे केसों को लेकर चिंता जताई थी।
बिहार में कोरोनावायरस ने 18 नए मामले दर्ज किए गए हैं और इसके बाद संक्रमितों की संख्या 450 तक पहुंच गई है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने शुक्रवार को कहा कि बिहार में कोरोनावायरस के अठारह नए मामले सामने आए हैं। हालांकि राज्य में अभी तक कोरोना संक्रमण से दो लोगों की मौत हुई है जबकि 82 लोग ठीक हो गए हैं और घरों के लिए डिस्चार्ज किए जा चुके हैं। राज्य में पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े हैं और इस पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी चेताया है।
आज जारी स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में कोरोनावायरस के मामले 35,043 तक पहुंच गई है जबकि 1147 लोगों की मौत संक्रमण से हुई है। वहीं देश में इस बीमारी से ठीक होने वालों की संख्या बढ़ी है और वर्तमान में 8,889 लोग बीमारी से रिकवर हो चुके हैं और उन्हें अस्पतालों से छुट्टी मिल चुकी है। गुरुवार की शाम को देश में कोरोना संक्रमण के 33,610 मामले थे। जबकि 1075 की हुई थी और 8,373 लोग रिकवर हो चुके थे।
गौरतलब है कि राज्य के सीएम नीतीश कुमार ने संक्रमण बढ़ने के डर से राज्य में प्रवासी मजदूरों और छात्रों को राज्य में लाने को लेकर अभी तक फैसला नहीं किया है। नीतीश कुमार ने साफ कहा था कि राज्य में वह नियमों को तोड़कर प्रवासियों को राज्य में नहीं लाएंगे। हालांकि राज्य में उनका विपक्षी दल विरोध भी कर रहे हैं। लेकिन नीतीश कुमार ने कहा कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद वह राज्य में छात्रों और प्रवासी मजदूरों को लाएंगे।