राज्य सरकार के मुताबिक राज्य में ररिवार को ही कोरोना वायरस के 28 नए मामले सामने आए हैं। जिसके बाद राज्य में कोरोना वायरस के मामले 480 पहुंच गए हैं। राज्य के प्रमुख सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि राज्य के 41 जिलों से अब तक 480 मामले सामने आए हैं। वहीं 45 मरीज पूरी तरह से ठीक हो गए हैं और इन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में लगातार कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। राज्य में रविवार को 28 नए मामले दर्ज किए गए हैं। जिसके बाद राज्य में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या 480 पहुंच गई है। राज्य के15 जिलों में कई इलाकों को हॉटस्पॉट घोषित किया गया है। इन इलाकों को सील कर दिया है। ताकि कोरोना वायरस का संक्रमण न फैल सके।
राज्य सरकार के मुताबिक राज्य में ररिवार को ही कोरोना वायरस के 28 नए मामले सामने आए हैं। जिसके बाद राज्य में कोरोना वायरस के मामले 480 पहुंच गए हैं। राज्य के प्रमुख सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि राज्य के 41 जिलों से अब तक 480 मामले सामने आए हैं। वहीं 45 मरीज पूरी तरह से ठीक हो गए हैं और इन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि शनिवार को राज्य में 1,640 नमूनों का परीक्षण किया गया था। शुरुआत में 150-200 नमूनों का परीक्षण किया गया था, जिसे बढ़ाकर 800 कर दिया गया।
अब, यह आंकड़ा 1,600 अंक को पार कर गया है। जल्द ही, हम 2,000 अंक को पार कर जाएंगे। प्रसाद ने कहा कि कोरोना संकट के दौरान जो डॉक्टर टेली-परामर्श देना चाहते हैं, उन्हें पंजीकृत किया जाएगा। इसके बाद आम जनता इन डाक्टरों से मदद ले सकेंगे। स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट पर डॉक्टरों के लिए स्वैच्छिक पंजीकरण शुरू किया जाएगा। हेल्पलाइन 18001805145 से भी सलाह ली जा सकती है और इसके लिए काउंसलर लगे हुए हैं।
इसके साथ ही प्रमुख सचिव ने कहा कि राज्य सरकार सेवानिवृत्त सरकारी डॉक्टरों का एक पूल बनाने की योजना बना रही है। उत्तर प्रदेश सरकार ने डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ को प्रशिक्षण देने का भी फैसला किया गया है। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भी राज्य में लॉकडाउन को बढ़ाने के पक्ष में है।