केन्द्र सरकार ने दो दिन पहले जम्मू-कश्मीर राज्य के विभाजन के बाद नक्शा जारी किया है। इसमें पाक के कब्जे वाला कश्मीर और गिलगित बल्तिस्तान जम्मू कश्मीर और लद्दाख का हिस्सा दिखाया गया है। 31 अक्टूबर को जम्मू कश्मीर और लद्दाख को केन्द्र सरकार ने केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिया है।
नई दिल्ली। भारत सरकार ने जन्मू कश्मीर का नक्शा जारी कर पाकिस्तान के पीएम इमरान खान की मुश्किलों को बढ़ा दिया है। देश में ही आजादी मार्च को लेकर परेशान चल रहे इमरान खान इस नक्शे को लेकर चारों ओर से घिर गए हैं। क्योंकि जिस गुलाम कश्मीर पर पाकिस्तान का कब्जा है। उसका हिस्सा भी इस नक्शे में आ गया है। जिसके बाद इमरान खान सरकार अपने ही देश में घिर गई है।
केन्द्र सरकार ने दो दिन पहले जम्मू-कश्मीर राज्य के विभाजन के बाद नक्शा जारी किया है। इसमें पाक के कब्जे वाला कश्मीर और गिलगित बल्तिस्तान जम्मू कश्मीर और लद्दाख का हिस्सा दिखाया गया है। 31 अक्टूबर को जम्मू कश्मीर और लद्दाख को केन्द्र सरकार ने केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिया है। इसके बाद इन दोनों राज्य केन्द्रीय गृहमंत्रालय के अधीन आ गए हैं। इन दोनों राज्यों में उप राज्यपाल की नियुक्ति हो गई है।
लेकिन भारत सरकार द्वारा जारी नए नक्शे में गुलाम कश्मीर की ‘‘राजधानी’ मुजफ्फराबाद को देश की भौगोलिक सीमा में दिखाया गया है। जिसके बाद पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ गई हैं। हालांकि इमरान खान पहले से ही गुलाम कश्मीर को लेकर डरे हुए हैं। क्योंकि उन्हें लगता है कि भारत कभी भी इस हिस्से में हमला कर अपने कब्जे में ले सकता है। वहीं गुलाम कश्मीर के लोग आजादी की मांग कर रहे हैं। पिछले दिनों इमरान खान की गुलाम कश्मीर की यात्राओं के दौरान गुलाम कश्मीर में गो नियाजी गो नियाजी के नारे लगे थे।
वहीं पाकिस्तान में इमरान खान अलग थलग पड़ गए हैं। केवल देश में सेना ही इमरान खान का साथ दे रही है। जबकि देश के विपक्षी दल आजादी मार्च निकाल रहे हैं। जिसमें विपक्षी दल कश्मीर के मामले में इमरान खान को घेर रहे हैं। वह इमरान खान पर आरोप लगा रहे हैं कि उन्होंने भारत के साथ कश्मीर को लेकर डील की है। वही इमरान खान विपक्षी दलों पर आरोप लगा रहे हैं कि उन्हें भारत का साथ मिल रहा है।