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आखिर सोनिया की ताजपोशी के बाद क्यों बागी हुए भूपेन्द्र हुड्डा

Published : Aug 18, 2019, 08:38 PM IST
आखिर सोनिया की ताजपोशी के बाद क्यों बागी हुए भूपेन्द्र हुड्डा

सार

राज्य में कांग्रेस के दिग्गज नेता भूपेन्द्र सिंह हुड्डा सोनिया गांधी से नाराज चल रहे है और आज उन्होंने इसको साफ भी कर दिया है। हरियाणा के रोहतक में हुड्डा ने शक्ति प्रदर्शन किया और इसमें कांग्रेस का कोई भी बड़ा नेता शामिल नहीं हुआ। इसमें न तो राज्य का कोई बड़ा नेता शामिल हुआ और न ही आलाकमान से किसी नेता को बुलाया गया।

रोहतक। दो बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रह चुके कांग्रेस के कांग्रेस के दिग्गज नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा बगावती सुर अपनाए हुए हैं। आज हरियाणा के रोहतक मे हुड्डा ने पार्टी को अपनी ताकत का एहसास कराते हुए रैली का आयोजन किया। इस रैली में कांग्रेस के किसी भी बड़े नेता ने हिस्सा नहीं लिया।

इस रैली में हुड्डा ने पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ बगावती तेवर अपनाते हुए कहा कि वह जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के पक्ष में हैं और वह देशभक्ति से समझौता नहीं कर सकते हैं। ये कांग्रेस पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। जबकि पार्टी इसके विरोध में है।

राज्य में कांग्रेस के दिग्गज नेता भूपेन्द्र सिंह हुड्डा सोनिया गांधी से नाराज चल रहे है और आज उन्होंने इसको साफ भी कर दिया है। हरियाणा के रोहतक में हुड्डा ने शक्ति प्रदर्शन किया और इसमें कांग्रेस का कोई भी बड़ा नेता शामिल नहीं हुआ।

इसमें न तो राज्य का कोई बड़ा नेता शामिल हुआ और न ही आलाकमान से किसी नेता को बुलाया गया। रैली में हुड्डा ने साफ किया कि वह आर्टिकल 370 हटाए जाने के फैसले का समर्थन करते हैं और वह देशभक्ति से समझौता नहीं कर सकता।

रोहतक की रैली में हुड्डा ने साफ कहा कि  मेरी पार्टी रास्ता भटक गई है। यह वह कांग्रेस नहीं है, जो पहले हुआ करती थी। हुड्डा का ये बयान सोनिया गांधी के पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद आया है। उन्होंने कहा कि जब देशभक्ति और स्वाभिमान की बात आती है, तो मैं किसी के साथ समझौता नहीं करूंगा।'

हुड्डा ने कहा कि मैं आर्टिकल 370  को हटाए जाने के फैसले का समर्थन करता हूं। उन्होंने कहा कि हरियाणा के हमारे भाई कश्मीर में सैनिकों के रूप में तैनात हैं, यही वजह है कि मैंने इसका समर्थन किया।
कांग्रेस के हरियाणा में गुट हो गए हैं। लेकिन सोनिया गांधी से हुड्डा परिवार की दूरी बन गई है। हुड्डा के बेटे दीपेन्दर हुड्डा ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद केन्द्र सरकार का समर्थन किया था। इसके बाद हुड्डा ने रोहतक में इस रैली का आयोजन किया। असल में सोनिया गांधी और बीएस हुड्डा के बीच पिछले दो साल से रिश्तों मे खटास आ गई है।

जब सोनिया गांधी ने हुड्डा से कांग्रेस समर्पित उम्मीदवार को राज्यसभा चुनाव के लिए समर्थन करने को कहा था। लेकिन हुड्डा ने इसका विरोध किया और भाजपा समर्पित सुभाष चंद्रा राज्यसभा में पहुंचे थे। फिलहाल पार्टी में हुड्डा के बागी तेवरों को देखते हुए लग रहा है कि वह भी जल्द ही पार्टी से किनारा कर सकते हैं।

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