देश में चल रहे कोरोनावायरस संकट के बीच पंजाब में कर्फ्यू को 30 अप्रैल तक बढ़ा दिया गया है। प्रतिबंधों को आगे बढ़ाते हुए आज पंजाब सरकार ने कैबिनेट की बैठक में इसको लेकर फैसला लिया। इससे पहले आज, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा था कि कोरोनोवायरस को फैलने से रोकने के लिए जारी तालाबंदी जारी रहनी चाहिए।
चंडीगढ़। देश में चल रहे कोरोनावायरस संकट के बीच आज पंजाब सरकार ने राज्य में चल रहे कर्फ्यू को 30 अप्रैल तक बढ़ा दिया गया है। इससे पहले ओडिशा ने राज्य में लॉकडाउन को तीस अप्रैल तक बढ़ाया था। पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने कहा कि पंजाब के खराब हालत को देखते हुए इसे बढ़ाया गया है।
देश में चल रहे कोरोनावायरस संकट के बीच पंजाब में कर्फ्यू को 30 अप्रैल तक बढ़ा दिया गया है। प्रतिबंधों को आगे बढ़ाते हुए आज पंजाब सरकार ने कैबिनेट की बैठक में इसको लेकर फैसला लिया। इससे पहले आज, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा था कि कोरोनोवायरस को फैलने से रोकने के लिए जारी तालाबंदी जारी रहनी चाहिए। सिंह ने आज एक वीडियो कॉन्फ्रेंस में कहा कि पंजाब में किसानों को केवल रबी फसल की कटाई की अनुमति होगी और किसानों को तालाबंदी के दौरान जिलेवार राहत मिलेगी।
उन्होंने कहा कि राज्य को 185 लाख टन गेहूं की बंपर फसल की उम्मीद है। राज्य सरकार फसल की कटाई की व्यवस्था कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में महामारी फैलने के बारे में स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा की गई भविष्यवाणी "भयावह और भयावह" है। लिहाजा लोगों को घरों में रहने की जरूरत है ताकि ये वायरस न फैले।
सिंह ने कहा कि पीजीआईएमईआर ने अपनी रिपोर्ट मे कहा कि भारत की 58 प्रतिशत और पंजाब की 87 प्रतिशत आबादी इस वायरस के कारण प्रभावित रहेगी। पीजीआई द्वारा अनुमानों के मुताबिक वायरस पंजाब और अन्य राज्यों की 87 प्रतिशत आबादी को संक्रमित कर सकता है। मुख्यमंत्री ने स्वीकार किया है कि तब्लीगी जमात के सदस्यों के 27 मामले पॉजिटिव आए हैं।