असल में दो दिन पहले ही श्रीलंका की सरकार ने वहां पर भीषण आतंकी हमलों में मुस्लिमों की भूमिका के बाद सार्वजनिक स्थानों पर चेहरा ढकने पर प्रतिबंध लगा दिया है। श्रीलंका की सरकार ने बुर्का पहने और चेहरा ढकने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। इस प्रतिबंध के बाद अब भारत में बुर्का और चेहरा ढकने पर प्रतिबंध लगाने की मांग उठने लगी है। केन्द्र और महाराष्ट्र में बीजेपी सरकार की सहयोगी शिवसेना ने भी प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
श्रीलंका में दो दिन पहले सरकार द्वारा बुर्का और चेहरा ढकने पर प्रतिबंध लगाने के बाद अब भारत में बुर्के पर प्रतिबंध लगाने की मांग शुरू हो गयी है। केन्द्र में बीजेपी की सहयोगी शिवसेना ने देश में प्रतिबंध लगाने की मांग कर डाली है और उसे बीजेपी की फायरब्रांड नेता और भोपाल से चुनाव लड़ रही साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का साथ मिला है। हालांकि बीजेपी ने कहा कि इस तरह के किसी भी प्रतिबंध की देश में जरूरत नहीं है।
असल में दो दिन पहले ही श्रीलंका की सरकार ने वहां पर भीषण आतंकी हमलों में मुस्लिमों की भूमिका के बाद सार्वजनिक स्थानों पर चेहरा ढकने पर प्रतिबंध लगा दिया है। श्रीलंका की सरकार ने बुर्का पहने और चेहरा ढकने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। इस प्रतिबंध के बाद अब भारत में बुर्का और चेहरा ढकने पर प्रतिबंध लगाने की मांग उठने लगी है।
केन्द्र और महाराष्ट्र में बीजेपी सरकार की सहयोगी शिवसेना ने भी प्रतिबंध लगाने की मांग की है। शिवसेना ने पीएम मोदी से सार्वजनिक स्थानों पर बुर्का पहनने पर बैन लगाने की मांग की है। शिवसेना के मुखपत्र सामना में लिखे संपादकीय में पीएम से इस बारे में सवाल किया है। अपने संपादकीय में शिवसेना ने लिखा है कि रावण के लंका में बुर्के पर प्रतिबंध तो राम के भारत में क्यों नहीं। उधर श्रीलंका की इस मांग पर भोपाल से बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा ने खुलकर समर्थन किया है।
सामना में लिखा है कि प्रधानमंत्री मोदी को भी श्रीलंका के राष्ट्रपति के कदमों का समर्थन करते हुए भारत में बुर्का और उसी तरह नकाब पर प्रतिबंध किया जाना चाहिए। गौरतलब है कि पिछले महीने ईस्टर के दिन श्रीलंका विभिन्न इलाकों के चर्चों और होटलों में हुए आतंकी हमलों में 256 लोगों की मौत हो गई थी। जबकि 500 लोग घायल हो गए थे।