महाराष्ट्र के झटके के बाद अब अब भाजपा के लिए कर्नाटक से आई अच्छी खबर, बचेगा दक्षिण का किला

Published : Dec 09, 2019, 12:24 PM IST
महाराष्ट्र के झटके के बाद अब अब भाजपा के लिए कर्नाटक से आई अच्छी खबर, बचेगा दक्षिण का किला

सार

कर्नाटक में पांच दिसंबर को 15 सीटों पर उपचुनाव हुए थे। जिसमें से 13 सीटों पर आज परिणाम घोषित किए जाएंगे और इसके लिए मतगणना जारी है। हालांकि शुरूआती रूझाने भाजपा के लिए अच्छी खबर लेकर आए हैं। क्योंक 13 में 10 सीटों पर भाजपा आगे चल रही है। जबकि दो सीटों पर कांग्रेस और एक सीट पर निर्दलीय आगे चल रहा है। अगर यही रूझान परिणाम में बदलते हैं तो ये भाजपा के लिए बड़ी खबर खबर हो सकती है।

नई दिल्ली। पिछले दिनों दिनों से कई तरह के झटके झेलने वाली भाजपा के लिए कर्नाटक से अच्छी खबर आई है। कर्नाटक की 15 सीटों पर हुए उप-चुनाव के मौजूदा रूझानों को देखते हुए भाजपा दस सीटों में आगे चल रही है। माना जा रहा है कि भाजपा इस आकंड़े को जीतने में कामयाब हो सकती है। हालांकि अभी 13 सीटों के ही परिणाम सामने आ रहे हैं। जबकि दो सीटों के परिणाम बाद में घोषित किए जाएंगे।

कर्नाटक में पांच दिसंबर को 15 सीटों पर उपचुनाव हुए थे। जिसमें से 13 सीटों पर आज परिणाम घोषित किए जाएंगे और इसके लिए मतगणना जारी है। हालांकि शुरूआती रूझाने भाजपा के लिए अच्छी खबर लेकर आए हैं। क्योंक 13 में 10 सीटों पर भाजपा आगे चल रही है। जबकि दो सीटों पर कांग्रेस और एक सीट पर निर्दलीय आगे चल रहा है। अगर यही रूझान परिणाम में बदलते हैं तो ये भाजपा के लिए बड़ी खबर खबर हो सकती है। क्योंकि राज्य में भाजपा को सरकार बचाने के लिए 6 सीटों की जरूरत होगी।

क्योंकि राज्य की विधानसभा में विधायकों की संख्या ज्यादा हो जाएगी। असल में कांग्रेस और जेडीएस से इस्तीफा देने वाले विधायकों ने अरसे तक चले ड्रामे के बाद भाजपा का दामन थाम लिया था। जिसके बाद भाजपा ने इन नेताओं को उपचुनाव में उतारा है। विधायकों की संख्या 223 हो जाने के बाद राज्य में भाजपा के सरकार बनाने के लिए 112 विधायकों की जरूरत होगी। लिहाजा अगर भाजपा इस आंकड़े से ज्यादा सीटों को पाने में सफल होती है तो दक्षिण का ये किला भाजपा के कब्जे में आ जाएगा।

गौरतलब है कि जुलाई में कर्नाटक में चले राजनैतिक घटनाक्रम में जेडीएस और कांग्रेस की अगुवाई वाली सरकार को इस्तीफा देना पड़ा था। क्योंकि 17 विधायकों ने सरकार से बगावत कर इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद राज्य की कुमारस्वामी सरकार अल्पमत में आ गई थी। इसके बाद राज्य में वाईएस येदियुरप्पा की अगुवाई में भाजपा ने सरकार बनाई थी।
 

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