जानकारी के मुताबिक दुनिया भर की नजरों से बचते हुए उस्मान खान का शव इस्लामाबाद के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पर लाया गया है और उसे सीधे वहां से गुलाम कश्मीर के कजलानी गांव पहुंचाया गया जहां उसे जुम्मे के दिन दफनाया गया। उस्मान का परिवार मूल रूप से गुलाम कश्मीर के कोटली जिले के कजलानी गांव का निवासी है।
नई दिल्ली। दुनिया भर में आतंकियों को सप्लाई करना वाला पाकिस्तान दुनिया भर में बेनकाब हुआ है। पाकिस्तान ने चुपके से लंदन के ब्रिज पर हमला करने वाले उस्मान खान को गुलाम कश्मीर में दफना दिया है। क्योंकि ब्रिटेन में रहने वाले मुस्लिमों ने इसका विरोध किया था। जिसके बाद पाकिस्तान ने उस गुलाम कश्मीर के कजालानी गांव में दफना दिया है।
जानकारी के मुताबिक दुनिया भर की नजरों से बचते हुए उस्मान खान का शव इस्लामाबाद के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पर लाया गया है और उसे सीधे वहां से गुलाम कश्मीर के कजलानी गांव पहुंचाया गया जहां उसे जुम्मे के दिन दफनाया गया। उस्मान का परिवार मूल रूप से गुलाम कश्मीर के कोटली जिले के कजलानी गांव का निवासी है। हालांकि पाकिस्तान ने उस्मान को पहले पाकिस्तान मानने से इंकार कर दिया था। क्योंकि इससे उसकी किरकरी हो रही थी।
लिहाजा वह नहीं चाहता था कि इस मामले में किसी भी तरह उसका का नाम आए। लेकिन जब इस बात की पुष्टि हुई कि वह पाकिस्तान है तो पाकिस्तान के अफसर उसे पाकिस्तान लाने के लिए तैयार हो गए। लंदन ब्रिज पर हमला करने वाले आतंकवादी उस्मान खान को लेकर पाकिस्तान की पोल खुल गई है। हालांकि पाकिस्तान की मीडिया ने जब इस बात का खुलासा किया तो पाकिस्तान सरकार मीडिया के खिलाफ हो गई। यहां तक कि जब डॉन अखबार ने इस बात की खबर प्रकाशित की तो पाकिस्तान के मंत्री फवाद हुसैन ने इसकी निंदा की। इसके बाद कुछ अपराधी तत्वों ने डॉन के कार्यालय का घेराव किया और वहां पर तोड़फोड़ किया।
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक ब्रिटेन में कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उस्मान का शव जहाज से पाकिस्तान पहुंचाया गया। क्योंकि ब्रिटेन के मुस्लिम समुदाय के लोग नहीं चाहते थे कि उसका शव मर्कजी जामिया गौसिया में दफनाया जाए। जबकि उसके मौत के बाद बर्मिंगम की एक मस्जिद में जनाजे की रस्म पूरी की गई। गौरतलब है कि लंदन ब्रिज पर उस्मान ने दो लोगों की हत्या कर दी थी। जिसके बाद वह पुलिस की कार्यवाही में मारा गया था।