तमिलनाडु राज्य में युवाओं के बीच एचआईवी/एड्स जैसे मामलों की संख्या में भारी वृद्धि दर्ज की गई है। रिपोर्टों के मुताबिक चेन्नई में अधिकतर मामले एड्स के हैं
2003 में भारत में एड्स के 43% मामले तमिलनाडु के थे। इस वर्ष इसमें 10% की कमी हुई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि 10 से 25 वर्ष की आयु वर्ग के लोगों में 2017 से लेकर 2018 के बीच इन मामलों की संख्या में वृद्धि हुई है।
2015-16 में 10-19 वर्ष के लोगों में दर्ज मामलों की संख्या 160 थी, जो अगले वर्ष 187 तक पहुंच गई थी। अप्रैल से अक्टूबर 2018 तक की रिपोर्ट से पता चलता है कि इस श्रेणी में 99 मामले दर्ज किए गए थे।
इसी प्रकार 20 से 25 वर्ष के आयु वर्ग में 2015 से लेकर 2016 तक 432 ऐसे मामलों की सूचना मिलीं। वही 2017 से 2018 के बीच में 554 मामले आये। नवीनतम रिपोर्ट एड्स के 318 मामलों को दिखाती है।
2015-16 में 60 वर्ष और उससे ऊपर के आयु वर्ग में ऐसे मामलों की संख्या 536 थी, जो 2017-18 में 699 हो गई। वही अप्रैल-अक्टूबर की रिपोर्ट में 435 मामलों में कमी आई।
सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक संक्रमित सुइयों और असुरक्षित यौन संबंधों का उपयोग 10 से 25 वर्ष के आयु वर्ग में एड्स की वृद्धि के पीछे का प्रमुख कारण है।