झारखंड के जमशेदपुर में रहने वाले अल कायदा के एक आतंकवादी को गिरफ्तार किया गया है। वह स्थानीय स्तर पर आतंकियों की भर्ती करने की कोशिश कर रहा था। झारखंड एटीएस उसे गिरफ्तार करके और जानकारियां हासिल करने की कोशिश कर रही है।
रांची: पिछले चार सालों से वांछित अल कायदा के खूंखार आतंकवादी कलीमुद्दीन को झारखंड एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया है। वह झारखंड में स्लीपर सेल तैयार करने की कोशिशों में जुटा हुआ था। कलीमुद्दीन वैश्विक आतंकी संगठन अल कायदा से जुड़ा हुआ था और खुद को मुजाहिद बताता था। एटीएस ने उसे जमशेदपुर से गिरफ्तार किया है। अब वह उसे अज्ञात स्थान पर कैद करके पूछताछ करने में जुटी हुई है।
आतंकी कलीमुद्दीन के इरादों का खुलासा नहीं हो पाया है कि वह किस काम के लिए आतंकियों की भर्ती कर रहा था। कलीमुद्दीन को एटीएस ने जमशेदपुर के मानगो इलाके के आजादनगर थाना क्षेत्र का रहनेवाला है।
बताया जा रहा है कि कलीमुद्दीन काफी समय से आतंकी संगठन अलकायदा से जुड़ा हुआ है। देश भर की सुरक्षा एजेंसियां साल 2016 से ही अलकायदा के इस कुख्यात आतंकी की तलाश में थी। लेकिन यह झारखंड में छिप कर भारत में अलकायदा के लिए काम करने में जुटा हुआ था।
एटीएस के एडीजी अभियान मुरारी लाल मीणा ने अलकायदा के आतंकी मोहम्मद कलीमुद्दीन की गिरफ्तारी के बारे में जानकारी देते हुए कहा है कि पकड़े गये आतंकी का काम झारखंड में स्लीपर सेल तैयार करना था। वह जिहाद के लिए लोगों का ब्रेन वॉश करता था और उन्हें तैयार करता था।
पकड़ा गया आतंकवादी कलीमुद्दीन मूल रूप से रांची के चान्हो ब्लॉक के राडगांव का रहने वाला है जो वर्तमान में जमशेदपुर के आजाद नगर में रहता था। आतंकवादी अब्दुल रहमान उर्फ कटकी, अब्दुल सामी सहित अन्य इसके कई अन्य सहयोगी अभी तिहाड़ जेल में बंद हैं।