अलका लांबा के काफी समय से आम आदमी पार्टी के नेतृत्व से मतभेद चल रहे हैं। खासतौर से पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल उनकी टीम के साथ। कई बार वह आम आदमी पार्टी के टॉप लीडरशिप के खिलाफ बयान भी दे चुकी हैं और इससे पहले लांबा ने ट्वीट कर आम आदमी पार्टी से इस्तीफा देने की बात कही थी।
नई दिल्ली। दिल्ली की चांदनी चौक से आम आदमी की विधायक अलका लांबा जल्द ही कांग्रेस पार्टी का दामन थाम सकती हैं। अलका लांबा ने आज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की। जिसके बाद अब साफ हो गया है कि अलका जल्द ही कांग्रेस पार्टी की सदस्य होगी। हालांकि कुछ दिन पहले अलका ने इस बात के संकेत दे दिए थे कि वह कांग्रेस पार्टी ज्वाइन करेंगी।
अलका लांबा के काफी समय से आम आदमी पार्टी के नेतृत्व से मतभेद चल रहे हैं। खासतौर से पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल उनकी टीम के साथ। कई बार वह आम आदमी पार्टी के टॉप लीडरशिप के खिलाफ बयान भी दे चुकी हैं और इससे पहले लांबा ने ट्वीट कर आम आदमी पार्टी से इस्तीफा देने की बात कही थी।
आज अलका लांबा कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने उनके घर पहुंची हैं। हालांकि दोनों के बीच क्या बातचीत हुई इसके बारे में पता नहीं चल सका है। लेकिन अब इतना तय हो गया है कि आने वाले समय में अलका कांग्रेस का हाथ थामने वाली हैं। आज की मुलाकात के बाद राजनैतिक गलियारों में उनकी कांग्रेस पार्टी में शामिल होने की अटकलें तेज़ हो गई हैं।
हालांकि ये भी तय माना जा रहा है कि दिल्ली में अगले साल 2020 में विधानसभा चुनाव में अलका लांबा कांग्रेस की प्रत्याशी हो सकती हैं। अगस्त में अलका ने ट्वीट कर आम आदमी पार्टी से इस्तीफा देने की बात कही थी। लेकिन इसका जवाब आप ने ये प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि अगर वो इस्तीफा देना चाहती हैं, तो पार्टी उनके फैसले का सम्मान करेगी।
असल में अलका मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज थी और बाद में जब केजरीवाल ने विस्तार करते हुए अन्य नेताओं को मंत्री बनाया था तो अलका और केजरीवाल के बीच मतभेद और ज्यादा गहरा गए। हालांकि अलका ने केजरीवाल पर भी कई तरह के आरोप लगाए। लेकिन पार्टी ने अभी तक उन्हें बाहर का रास्ता नहीं दिखाया। क्योंकि पार्टी अलका को बाहर का रास्ता दिखाकर शहीद का दर्जा नहीं देना चाहती है।