असल में एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव और राज्यसभा सांसद अमर सिंह की लड़ाई जग जाहिर है। कभी अमर सिंह पार्टी के भीतर दिग्गज नेताओं में शुमार थे। लेकिन पार्टी की कमान अखिलेश के हाथों में आते ही अमर सिंह एसपी की राजनीति में हाशिए पर आ गए और बाद में उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया।
नई दिल्ली। कभी समाजवादी पार्टी के दिग्गजों में शुमार राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जबरदस्त तंज कसा है। अमर सिंह ने अखिलेश को औरंगजेब और कालीदास बताया जबकि उन्होंने मुलायम सिंह को बहादुर शाह जफर कहा। अमर सिंह ने ये कटाक्ष बहुजन समाज पार्टी द्वारा समाजवादी पार्टी से गठबंधन तोड़े जाने के बाद दिया है।
असल में एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव और राज्यसभा सांसद अमर सिंह की लड़ाई जग जाहिर है। कभी अमर सिंह पार्टी के भीतर दिग्गज नेताओं में शुमार थे। लेकिन पार्टी की कमान अखिलेश के हाथों में आते ही अमर सिंह एसपी की राजनीति में हाशिए पर आ गए और बाद में उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया। राजनैतिक हलकों में ये भी कहा जाता है कि मुलायम के लाख विरोध के बावजूद अमर सिंह अखिलेश के साथ खड़े थे जब वह डिंपल के साथ शादी करने जा रहे थे।
हालांकि अब अमर सिंह अखिलेश के धुर विरोधी माने जाते हैं। लिहाजा अब अमर सिंह ने राज्य में लोकसभा चुनाव के बाद बीएसपी-एसपी बीच गठबंधन टूटने के बाद अखिलेश यादव की तुलना कालिदास और औरंगजेब से की है। उन्होंने कहा कि ये साफ हो गया है कि अखिलेश यादव मुस्लिम विरोधी हैं। ऐसा आरोप मायावती भी लगा रही हैं।
मायावती ने कहा था कि अखिलेश ने उन्हें मुस्लिमों को टिकट न देने को कहा था। अमर सिंह ने अखिलेश यादव की तुलना मुगल बादशाह औरंगजेब से की, जिसने सत्ता पाने के लिए अपने पिता बहादुर शाह जफर को जेल में डाल दिया था। वहीं उन्होंने अखिलेश को कालीदास कहा। क्योंकि कालीदास के बारे में कहा जाता है कि वह उसी डाल को काट रहे थे, जिस पर वह बैठे थे।
Sad unfortunate death of young man in is highly condemnable but to tag it to on communal line is mischievous. ji in kashmir not only 1 but entire community of Kashmiri pandits were tortured & forced to take refuge outside.Say something pic.twitter.com/mSHSErRa6x
— Amar Singh (@AmarSinghTweets)सोशल मीडिया में ट्विट कर अमर सिंह ने लिखा है 'समाजवादी पार्टी के आज के राजनीतिक परिदृश्य में मैं बहादुर शाह जफर को याद कर रहा हूं जिसका अंत मुलायम सिंह यादव की तरह बेहद दुखद रहा था। अखिलेश यादव औरंगजेब की तरह से हैं जिसने अपने पिता को केवल इसलिए जेल में डाल दिया था ताकि उसकी ताजपोशी को कोई खतरा न हो।