कभी संघ के धुर विरोधी थे अमर सिंह, मरने से पहले आरएसएस को दान की करोड़ों की संपत्ति

By Team MyNationFirst Published Aug 1, 2020, 7:35 PM IST
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कभी अमर सिंह संघ के धुर विरोधी हुआ करते थे और संघ को सांप्रदायिक मानते थे। लेकिन उन्होंने मौत से पहले अपनी करोड़ों की पैतृक संपत्ति को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को दान कर दिया था। 

नई दिल्ली। राज्यसभा सांसद और राजनेता अमर सिंह का आज सिंगापुर में निधन हो गया। अमर सिंह भारतीय राजनीति में कभी किंगमेकर की भूमिका में थे और उनके गैरभाजपा सभी दलों से करीबी संबंध थे। लेकिन पिछले कुछ समय से वह भाजपा के करीबी आ गए थे। कभी अमर सिंह संघ के धुर विरोधी हुआ करते थे और संघ को सांप्रदायिक मानते थे। लेकिन उन्होंने मौत से पहले अपनी करोड़ों की पैतृक संपत्ति को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को दान कर दिया था। 

जानकारी के मुताबिक अमर सिंह ने अपनी संपत्ति संघ से जुड़ी संस्था सेवा भारती को दान कर दिया था। अमर सिंह आजमगढ़ के रहने वाले थे और ये संपत्ति आजमगढ़ में है। अमर सिंह संघ के विरोधी थे और इसके कारण उनके भाजपा विरोधी और संघ विरोधी राजनैतिक दलों के साथ करीबी संबंध थे। अमर सिंह के हर पार्टी में दोस्त थे और वह दोस्ती भी निभाना जानते थे। अमर सिंह के बारे में कहा जाता था कि अगर उन्होंने किसी की मदद करने की ठान ली दो वह उसके लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। इसका उदाहरण फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन हैं। जिनकी मदद अमर सिंह ने उस वक्त की जब वह आर्थिक तौर पर कंगाल हो चुके थे। लेकिन अमर सिंह ने उन्हें आर्थिक मदद देने के साथ ही उन्हें मुश्किल घड़ी में बाहर निकाला।

कभी दिल्ली की सत्ता में किंगमेकर थे

अमर सिंह के संबंध न भारत के नेताओं के साथ थे बल्कि अमेरिकी सरकार में भी अमर सिंह का दखल था। अमर सिंह के अमेरिकी पूर्व  राष्ट्रपति बिल क्लिंटन से भी करीबी संबंध थे और उनकी पत्नी हिलेरी क्लिंटन से भी अमर सिंह के संबंध थे। असल में 90 के दशक में भारतीय राजनीति अमर सिंह के करीब थी और सभी राजनैतिक दलों में पैठ होने के कारण सभी दल उनकी मदद लिया करते थे। 

संघ को दान की करोड़ों की संपत्ति

राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने कुछ साल पहले ही आजमगढ़ स्थित अपनी पैतृक संपत्ति राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ी संस्था सेवा भारती संस्थान को दान की थी। अमर सिंह ने ये संपत्ति अपने स्वर्गीय पिता की याद में सेवा भारती को दान की थी। बताया जाता है कि जब से उनके पिता की मौत हुई थी तब से आजमगढ़ का ये मकान खाली था और उसकी संपत्ति करोड़ों बताई जाती है। दो साल पहले अमर सिंह ने इस बात की पुष्टि की थी और कहा था कि संघ बहुत बड़ी संस्था है और उनका सहयोग काफी छोटा है।

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