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अमेरिकी थिंक टैंक ने भी माना पाकिस्तानी सेना के हाथ की कठपुतली हैं इमरान

Published : Aug 30, 2019, 08:29 AM IST
अमेरिकी थिंक टैंक ने भी माना पाकिस्तानी सेना के हाथ की कठपुतली हैं इमरान

सार

अमेरिकी सांसदों के एक दल के लिए लिए इस रिपोर्ट को द्विदलीय कांग्रेशनल रिसर्च सर्विस (सीआरएस) ने तैयार किया है। इस रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि इमरान पाकिस्तानी सेना और वहां की खुफिया एजेंसी के प्रभाव में है। पिछले एक साल के दौरान सेना का प्रभाव देश की विदेश और रक्षा से संबंधित नीतियों पर बरकरार रहा है। इस रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि इमरान को सत्ता में लाने के लिए सैन्य गठजोड़ ने नवाज शरीफ को सत्ता से बाहर करने में अहम भूमिका निभाई।

नई दिल्ली। अमेरिकी थिंकटैंक ने भी माना है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान सेना और आईएसआई के हाथों में कठपुतली हैं। थिंकटैंक का मानना है कि इमरान खान को सत्ता चलाने का कोई अनुभव नहीं है। जो उनके फैसलों में साफ दिखता है। हालांकि थिंकटैंक ने कहा कि इमरान खान का नया पाकिस्तान का नारा वहां के शहरी लोगों को लुभाता है।

अमेरिकी सांसदों के एक दल के लिए लिए इस रिपोर्ट को द्विदलीय कांग्रेशनल रिसर्च सर्विस (सीआरएस) ने तैयार किया है। इस रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि इमरान पाकिस्तानी सेना और वहां की खुफिया एजेंसी के प्रभाव में है। पिछले एक साल के दौरान सेना का प्रभाव देश की विदेश और रक्षा से संबंधित नीतियों पर बरकरार रहा है।

इस रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि इमरान को सत्ता में लाने के लिए सैन्य गठजोड़ ने नवाज शरीफ को सत्ता से बाहर करने में अहम भूमिका निभाई। सांसदों की इस रिपोर्ट में इमरान खान की अनुभवहीनता पर भी राय दी गई है। रिपोर्ट में कहा गाय है कि इमरान खान को शासन चलाने का कोई पुराना अनुभव नहीं है, जिससे वह अपने कार्यभार को बेहतरी से संभाल पाते। 

इस रिपोर्ट में नवाज शरीफ को सत्ता से बाहर करने पर भी तथ्यों का खुलासा किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान की सेना ने नवाज शरीफ को हटाने के मकसद से चुनाव के दौरान घरेलू राजनीति में हेरफेर की थी।

हालांकि रिपोर्ट में ये कहा गया है कि इमरान खान के नए पाकिस्तान की सोच वहां के शहरी और मध्यम वर्ग लोगों को प्रभावित कर रही है। क्योंकि इमरान की इस सोच भ्रष्टाचार विरोधी, बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य को तवज्जो दे रही है।

इसमें ये भी साफ कहा गया है कि पाकिस्तान में गंभीर वित्तीय संकट और विदेशी कर्ज के कारण इमरान के प्रयास सफल नहीं हो पा रहे हैं। सीआरएस अमेरिकी कांग्रेस की एक स्वतंत्र रिसर्च विंग है, जो सांसदों के लिए विभिन्न मुद्दों पर समय-समय पर रिपोर्ट तैयार करता है। इसे अमेरिकी कांग्रेस की आधिकारिक रिपोर्ट नहीं माना जाता है।

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