वहीं राज्य की अशोक गहलोत सरकार के उद्योग मंत्री परसादीलाल मीणा ने संकेत दिए हैं कि राज्य सरकार 14 अगस्त से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र में फ्लोर टेस्ट करा सकीत है। हालांकि अभी तक इस बारे में राज्य सरकार ने कोई खुलासा नहीं किया है।
जयपुर। राजस्थान में जारी सियासी संकट के बीच राज्य में अशोक गहलोत कैबिनेट के मंत्री ने संकेत दिए हैं कि राज्य में 14 अगस्त को विधानसभा में शुरू होने वाले सत्र में फ्लोर टेस्ट हो सकता है। वहीं राज्य में सरकार को बचाने के लिए कांग्रेस पार्टी ने विधायक को जैसलमेर के होटल में रखा है। जबकि राज्य में कांग्रेस सरकार अभी बहुमत से दूर है। क्योंकि जो जानकारी सामने आ रही हैं उसके मुताबिक राज्य सरकार के पास अभी महज 99 विधायकों का ही समर्थन है।
वहीं राज्य की अशोक गहलोत सरकार के उद्योग मंत्री परसादीलाल मीणा ने संकेत दिए हैं कि राज्य सरकार 14 अगस्त से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र में फ्लोर टेस्ट करा सकीत है। हालांकि अभी तक इस बारे में राज्य सरकार ने कोई खुलासा नहीं किया है। लेकिन कांग्रेस सरकार अपनी रणनीती के तहत राज्य में फ्लोर टेस्ट करा सकती है और इसके लिए व्हिप जारी कर सकती है। मीणा ने दावा किया है कि राज्य सरकार के पर 103 विधायकों का समर्थन है और राज्यपाल के सामने विधायकों की परेड कराई जा चुकी है।
फिलहाल राज्य के मंत्री और विधायक जैसलमेर के होटल में ठहरे हुए हैं। क्योंकि राज्य सरकार को डर है कि केन्द्रीय एजेंसियां विधायकों पर दबाव डाल सकती है और इसके लिए विधायकों को जयपुर से जैसलमेर शिफ्ट कर दिया गया है। वहीं जो जानकारी सामने आ रही हैं उसके मुताबिक अभी तक 92 विधायक ही जैसलमेर में हैं जबकि 7 विधायक और मंत्री जयपुर में हैं। लिहाजा इस आधार पर राज्य सरकार के पास 99 विधायकों का समर्थन हैं। जबकि राज्य में सरकार के लिए 101 विधायकों की जरूरत है।
सचिन पायलट बोले जय श्रीराम
वहीं आज अयोध्या में राम मंदिर निर्माण शिलान्यास को लेकर कांग्रेस के बागी विधायक और राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। पायलट ने ट्वीट कर लिखा है कि 'भगवान श्री राम जन्मभूमि मंदिर के भूमि पूजन और शिलान्यास के सुअवसर पर समस्त देश और प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। जय श्री राम!'। असल में पायलट और कांग्रेस के बीच किसी भी तरह का समझौता नहीं हो सका है और पायलट साफ कर चुके हैं कि वह भाजपा में नहीं जा रहे हैं। लिहाजा कांग्रेस भी नरम है। जबकि पायलट गुट साफ कह चुका है कि राज्य में किसी तीसरे को सीएम बना दिया जाए। वहीं पायलट गुट अशोक गहलोत के खिलाफ है।