अयोध्या में 1992 के बाद का सबसे बड़ा जमावड़ा, दो लाख जुटेंगे, चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा

By Team MyNation  |  First Published Nov 24, 2018, 11:57 AM IST

 एक दिन पहले ही अयोध्या को किले में तब्दील कर दिया गया है। भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गई है। राज्य का खुफिया विभाग सक्रिय है। 

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए विश्व हिंदू परिषद  की ओर से रविवार को आयोजित धर्मसभा से पहले ही भीड़ जुटने लगी है। रविवार को यहां दो लाख लोगों के जुटने का दावा किया जा रहा है। शनिवार को शिवसेना भी अयोध्या में अपनी ताकत दिखाने जा रही है। मुंबई से शिवसैनिक दो दिन पहले से अयोध्या का रुख कर चुके है। पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे शनिवार दोपहर अयोध्या पहुंच गए। शिवसेना के मेगा शो से एक दिन पहले ही अयोध्या को किले में तब्दील कर दिया गया है। भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गई है। 1992 में बाबरी ढांचा ढहाए जाने के बाद अयोध्या में यह सबसे बड़ा जमावड़ा माना जा रहा है।  

विहिप की धार्मिक सभा में दो लाख लोगों के पहुंचने का दावा किया जा रहा है। इसमें संघ एक एक लाख, विहिप के एक लाख और शिवसेना के 5 हजार कार्यकर्ता जुटेंगे। इतनी बड़ी संख्या में लोगों के जुटने से पुलिस प्रशासन अतिरिक्त सक्रियता बरत रहा है। राज्य का खुफिया विभाग सक्रिय है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अयोध्या में कैंप कर रहे हैं। शहर को आठ जोनों और 16 सेक्टर में बांटा गया है। शुक्रवार को लखनऊ में पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि अयोध्या में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए एक अपर पुलिस महानिदेशक स्तर के अधिकारी, एक उप पुलिस महानिरीक्षक, तीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, 10 अपर पुलिस अधीक्षक, 21 क्षेत्राधिकारी, 160 इंस्पेक्टर, 700 कांस्टेबिल, पीएसी की 42 कंपनी, आरएएफ की पांच कंपनियां तैनात की गई हैं। इसके अलावा, एटीएस के कमांडो और ड्रोन कैमरे भी निगरानी के लिए तैनात किए गए हैं।

Visuals of security in Ayodhya. VHP and Shiv Sena will hold separate events in the city tomorrow over the matter of . pic.twitter.com/cD0PPn0GHI

— ANI UP (@ANINewsUP)

उधर, संघ के एक वरिष्ठ प्रचारक ने शुक्रवार को वाराणसी ने कहा, 'करीब 1,322 बसों और 1,546 गाड़ियों से80 हजार कार्यकर्ताओं को लाया जाएगा। 14 हजार कार्यकर्ता मोटरसाइकिल और करीब 15 हजार  कार्यकर्ता ट्रेन से अयोध्या पहुंचेंगे।' बड़ी संख्या में साधु-संत भी यहां जुटने लगे हैं। इस आयोजन का उद्देश्य बड़ी संख्या में लोगों को अयोध्या में जुटाकर केंद्र की भाजपा सरकार पर 2019 लोकसभा चुनाव से पहले राम मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश लाने का दबाव डालने का है। 

'पहले मंदिर फिर सरकार' के पोस्टर

अयोध्या में शिवसेना के 'पहले मंदिर फिर सरकार' लिखे होर्डिंग और पोस्टर कई जगह लगे हैं। शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने शुक्रवार को कहा कि उनकी पार्टी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए जोर दे रही है क्योंकि चुनाव से पहले भाजपा ने इसका वादा किया था। उत्तर प्रदेश के लिए उड़ान के दौरान उन्होंने एक चैनल से कहा कि देश के लोगों से वादा किया गया था कि अगर भाजपा केंद्र में सत्ता में आती है तो अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण किया जाएगा। शिवसेना, भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का हिस्सा है।

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे लक्ष्मण किला मैदान पर अयोध्या के संतों-आचार्यों का पूजन करेंगे। उसके बाद सरयू नदी के तट पर होने वाली आरती में शामिल होंगे। रविवार को सुबह वह रामलला के दर्शन करेंगे, फिर जनसंवाद में हिस्सा लेंगे और दोपहर तक मुंबई के लिए रवाना हो जाएंगे। 

click me!