पिछले दिनों आजम खान के रामपुर में स्थित हमसफर रिसार्ट में बिजली की चोरी पकड़ी गई थी। जिसके बाद बिजली विभाग ने बिजली का कनेक्शन काट दिया और आजम खान और उसके परिवार वालों पर पेनाल्टी लगा दी थी। हालांकि इसके बाद भी आजम खान के परिवार ने बिजली का बिल नहीं चुकाया था। लेकिन अब सपा ने उन्हें रामपुर से पार्टी का प्रत्याशी घोषित कर दिया है।
रामपुर। समाजवादी पार्टी की राज्यसभा सांसद और नेता आजम खान की पत्नी तंजीन फातिमा ने आज रामपुर से विधानसभा उपचुनाव के लिए नामांकन कर दिया है। इससे पहले आजम खान की पत्नी ने रामपुर में बिजली विभाग का 30 लाख रुपये का बिजली का बिल चुका है और इसके बाद नामांकन किया है।
पिछले दिनों आजम खान के रामपुर में स्थित हमसफर रिसार्ट में बिजली की चोरी पकड़ी गई थी। जिसके बाद बिजली विभाग ने बिजली का कनेक्शन काट दिया और आजम खान और उसके परिवार वालों पर पेनाल्टी लगा दी थी। हालांकि इसके बाद भी आजम खान के परिवार ने बिजली का बिल नहीं चुकाया था। लेकिन अब सपा ने उन्हें रामपुर से पार्टी का प्रत्याशी घोषित कर दिया है। लिहाजा उन्हें आज इसका बिल चुकाना पड़ा।
असल में नामांकन से पहले सभी तरह के बिल का भुगतान का एनओसी कलेक्ट्रेट में देनी होती है। लिहाजा आज नामांकन से पहले तंजीन फातिमा को हमसफर रिजॉर्ट में बिजली चोरी के 30 लाख रुपये का बिल जमा कराना पड़ा। आज तंजीन फातिमा ने उपचुनाव के लिए नामांकन किया और इस मौके पर आजम खान भी उनके साथ रहे। आज आजम खान को ईद के बाद पहली बार रामपुर में देखा गया। हालांकि तीन पहले ही आजम खान को कुछ मामलों में हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत मिल गई है।
इस मौके पर आजम खान ने जनता से कहा कि वह तंजीन फातिमा को चुनाव जिताएं। आजम खान ने कहा कि राज्य सरकार ने उनके ऊपर 84 केस दर्ज करा दिए गए हैं। यहां तक कि उनकी मृत को भी नहीं छोड़ा। जबकि बेटों, पत्नी, बूढ़े भाई, बूढ़ी बहन पर भी एफआईआर दर्ज की गई। हालांकि आजम खान पिछले कई महीनों से रामपुर से गायब हैं। वहीं सपा ने रामपुर में आजम खान की सियासत को बचाने के लिए उनकी सांसद पत्नी को टिकट दिया है।
क्योंकि आजम के परिवार के सदस्य के बगैर इस सीट को जीतना सपा के लिए आसान नहीं है। क्योंकि आजम इस सीट से नौ बार चुनाव जीत चुके हैं। क्योंकि अगर सपा इस सीट को नहीं जीतती है तो ये तय है कि रामपुर में आजम खान की सियायत खत्म हो जाएगी। जबकि तंजीन फातिमा का अभी एक साल से ज्यादा का राज्यसभा का कार्यकाल बचा हुआ है।