असल में सऊदी अरब शाह महमूद कुरैशी के बयानों से भड़का हुआ है और उसमें 6.2 बिलियन डॉलर की डील को रद्द कर दिया है। वहीं पाकिस्तान की इमरान खान सरकार सऊदी अरब के नाराज होने के बाद विपक्षी पार्टियों द्वारा घिर गई है।
नई दिल्ली। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के बयान के बाद नाराज सऊदी अरब को मनाने के लिए अब पाकिस्तानी आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा रियाद जाएंगे और वहां सऊदी सरकार के सामने गिड़गिड़ाएंगे और आर्थिक मदद की गुहार लगाएंगे। जानकारी के मुताबिकपाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा अगले हफ्ते रियाद जाएंगे और सऊदी सरकार से माफी मांगेंगे।
असल में सऊदी अरब शाह महमूद कुरैशी के बयानों से भड़का हुआ है और उसमें 6.2 बिलियन डॉलर की डील को रद्द कर दिया है। वहीं पाकिस्तान की इमरान खान सरकार सऊदी अरब के नाराज होने के बाद विपक्षी पार्टियों द्वारा घिर गई है। असल में अब पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के बयानों से नाराज सऊदी अरब को मनाने के लिए पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा रियाद का दौरा करेंगे। हालांकि पाकिस्तानी सरकार ने इस यात्रा की आधिकारिक घोषणा नहीं की है। वहीं दोनों देशों में तल्खी बढ़ गई है। क्योंकि कुरैशी ने सऊदी अरब को धमकी दी थी वह कश्मीर के मुद्दे पर अन्य मुस्लिम देशों की बैठक बुलाएगा। इस बात से सऊदी अरब पाकिस्तान से नाराज चल रहा है। असल में सऊदी अरब ने कश्मीर के मुद्दे को भारत का आंतरिक मुद्दा बताया था।
वहीं पाकिस्तान की धमकी के बाद सऊदी अरब इस कदर नाराज हो गया कि उसने पाकिस्तान को कर्ज पर दिए जाने वाले पेट्रोलियम उत्पादों को देना बंद कर दिया है। वहीं उसने पाकिस्तान से एक अरब डॉलर का बकाया वापस लिया है। यही नहीं सऊदी अरब ने पाकिस्तान को कर्ज दिए जाने को भी बंद कर दिया। इशके अलावा सऊदी सरकार ने पाकिस्तान के साथ 6.2 बिलियन डॉलर की फाइनेंशियल डील को रद्द कर दिया है। जिसके बाद पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ गई हैं। वहीं पाकिस्तानी सेना प्रमुख ने सोमवार को इस्लामाबाद में सऊदी अरब के राजदूत एडमिरल नवाफ बिन सईद अल-मलिकी से मुलाकात कर अपनी सफाई दी। वहीं अब पाकिस्तान में भी कुरैशी के बयान की सार्वजनिक निंदा होने लगी है।
सऊदी अरब को मनाना मुश्किल
माना जा रहा है कि सऊदी अरब इतनी जल्दी मानने वाला नहीं है। क्योंकि पाकिस्तान अकसर अपनी इन हरकतों के कारण सऊदी अरब को नाराज कर चुका है। वहीं सऊदी अरब पाकिस्तान की हरकतों को देख रहा है। क्योंकि पाकिस्तान तुर्की, ईरान, कतर और मलेशिया के साथ मिलकर सऊदी को किनारे कर मुस्लिम देशों का दूसरा संगठन बनाना चाहता है। जबकि मलेशिया में मताहिर मोहम्मद के सत्ता से बाहर जाने के बाद ये प्लान ठंडा पड़ गया है।