पाकिस्तान की सरपरस्ती में उत्तरी बंगाल में गढ़ बना रहे है बांग्लादेशी आतंकी

By Team MyNation  |  First Published Aug 30, 2019, 10:36 AM IST

कुछ दिन पहले ही जेएमबी के भारत में चीफ एजाज अहमद की गिरफ्तारी बिहार के गया जिले के मानपुर क्षेत्र से हुई है। जिसमे उसने जांच एजेंसियों को कई राज उगले हैं। कोलकाता पुलिस की एसटीएफ ने कुछ दिन पहले ही जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश के भारत में प्रमुख एजाज अहमद को गिरफ्तार किया था और उसने बताया कि जेएमबी  उत्तर बंगाल को संगठन का गढ़ बनाने की फिराक में था और इसके बाद संगठन को पूरे देश में फैलाने की योजना है।

नई दिल्ली। पाकिस्तान की सेना और और उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई की सरपरस्ती में बांग्लादेशी आंतकी पश्चिम बंगाल के उत्तरी बंगाल में अपने गढ़ बनाने की फिराक में हैं। बांग्लादेश का आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश यानी जेएमबी भारत में अपने पैर पसारने की तैयारी में है इसके लिए उसकी मदद पाकिस्तानी सरकार कर रही है।

कुछ दिन पहले ही जेएमबी के भारत में चीफ एजाज अहमद की गिरफ्तारी बिहार के गया जिले के मानपुर क्षेत्र से हुई है। जिसमे उसने जांच एजेंसियों को कई राज उगले हैं। कोलकाता पुलिस की एसटीएफ ने कुछ दिन पहले ही जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश के भारत में प्रमुख एजाज अहमद को गिरफ्तार किया था और उसने बताया कि जेएमबी  उत्तर बंगाल को संगठन का गढ़ बनाने की फिराक में था और इसके बाद संगठन को पूरे देश में फैलाने की योजना है।

उसने बताया कि वह कई बार उत्तर बंगाल का दौरा कर चुका है और इस प्रतिबंधित आतंकी संगठन ने उसे भारत में भारत में अपना ‘अमीर’ यानी (प्रमुख नियुक्त किया है। फिलहाल वह पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में धूलियां मॉड्यूल को मजबूत करने पर लगा हुआ था। यही नहीं वह राज्य के उत्तर दिनाजपुर जिले में भी नया मॉड्यूल बनाने की तैयारी कर रहा था। इसके लिए उसने भर्तियों का काम शुरू किया था और वह स्थानीय स्तर पर इसका जिम्मा किसी को देना चाहता था। 

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक एजाज अहमद नाम बदलने में भी माहिर है और वह पश्चिम बंगाल का रहने वाला है। वह नाम बदलकर पत्नी और बच्चों के साथ गया के पठान टोली में रहता था। गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में आतंकी घटनाएं हो चुकी हैं और बांग्लादेशी आतंकी देश के कई हिस्सों में पकड़े जा चुके हैं। इन आतंकियों को बांग्लादेश के आतंकी संगठन मदद देते हैं और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी और सेना इन्हें पैसा और हथियार मुहैया कराते हैं। 

click me!