आगामी लोकसभा चुनाव में अकाली-भाजपा गठबंधन अपनी पुरानी सीटों पर ही लड़ेंगे। राज्य की 13 लोकसभा सीटों में से 10 सीटों पर अकाली दल और 3 सीटों पर भाजपा चुनाव लड़ती आयी है और अब इसी फार्मूले को फिर से राज्य में लागू किया जाएगा.
आगामी लोकसभा चुनाव में अकाली-भाजपा गठबंधन अपनी पुरानी सीटों पर ही लड़ेंगे। राज्य की 13 लोकसभा सीटों में से 10 सीटों पर अकाली दल और 3 सीटों पर भाजपा चुनाव लड़ती आयी है और अब इसी फार्मूले को फिर से राज्य में लागू किया जाएगा.
राज्य में भाजपा संगठन राज्य में आगामी लोकसभा चुनाव में ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने का पक्षधर है. लेकिन पिछले छह महीनों में भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए से कई दलों ने किनारा किया है. जिसके कारण एनडीए कमजोर हुआ है. अब भाजपा पंजाब में अपने पुराने सहयोगी अकाली दल को नाराज नहीं करना चाहता है और पुराने फार्मूले को राज्य में आगामी लोकसभा चुनाव में लागू करना करना चाहता है. ताकि सहयोग दल नाराज न हो. राज्य में पिछले पन्द्रह सालों से राज्य में भाजपा और अकाली दल गठबंधन चल रहा है.
अकाली दल ने पिछले बार राज्य में सरकार भाजपा के सहयोग से बनाई थी जबकि केन्द्र में अकाली दल ने भाजपा को समर्थन दिया था. अब राज्य में इसी फार्मूले को लागू किया जाएगा.भाजपा राज्य की तीन लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी जबकि अकाली दल 10 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी पंजाब से आगामी लोकसभा चुनावों की तैयारी कर कर चुके हैं. उन्होंने हाल ही में पंजाब में अपनी चुनावी रैली आयोजित की थी और राज्य की कैप्टन सरकार को घेरा था. राज्य से जुड़े एक नेता ने कहा कि फिलहाल सीटें बदलने को लेकर कोई बातचीत नहीं चल रही। हालांकि पार्टी ने ऐसे संकेत दिए हैं कि चुनाव के लिए योग्य उम्मीदवारों की तलाश का सर्वेक्षण शुरू हो चुका है. पार्टी अपने प्रत्याशियों के नाम चुनाव की घोषणा के बाद ही घोषित करेगी.