पश्चिम बंगाल के बैरकपुर से बीजेपी उम्मीदवार अर्जुन सिंह को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिल गई है। कोर्ट ने अर्जुन सिंह को 23 मई को होने वाले मतगणना में भाग लेने के लिए अनुमति दे दी है।
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि अर्जुन सिंह को 23 मई से 28 मई तक गिरफ्तार ना किया जाए। सिंह ने अपनी याचिका में बैरकपुर बीजेपी अर्जुन सिंह ने 23 मई को होने वाली मतगणना में भाग लेने के लिए सुप्रीम कोर्ट से सुरक्षा की मांग की थी। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तारी से सात दिन की छूट मिल गई थी।
अर्जुन सिंह तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे है। अर्जुन सिंह को चुनाव के दौरान काफी चोटें आई थी। अर्जुन सिंह ने कहा था कि तृणमूल कार्यकर्ताओं ने उनपर हमला किया था।
बंगाल में हुए मतदान के दौरान भी फायरिंग और हिंसा की घटनाएं कई हुईं। अर्जुन सिंह उस समय चर्चा में आये थे जब उन्होंने कहा कि तृणमूल के लगभग 100 विधायक बीजेपी में शामिल होने को तैयार हैं और वे सभी नियमित तौर पर भाजपा नेताओं के संपर्क में है।
अर्जुन सिंह ने यह भी कह कर सनसनी फैला दी थी कि कुछ विधायक चुनाव के बाद भाजपा का दामन थाम लेंगे।
पश्चिम बंगाल के भाटापुर से विधायक रहे अर्जुन सिंह का उत्तर कोलकाता से लेकर नादिया तक फैले क्षेत्र में खासा प्रभाव है। स्थानीय स्तर पर बेहद मजबूत कनेक्शन की वजह से अर्जुन सिंह तृणमूल कांग्रेस के लिए बेहद उपयोगी थे।
लेकिन बाद में वह बीजेपी में शामिल हो गए। पश्चिम बंगाल में कुल 42 लोकसभा सीटें है। भारतीय जनता पार्टी इस बार बंगाल पर ज्यादा ध्यान दे रही है। इसी वजह से वहां सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस ने भी बीजेपी को जमकर निशाने पर लिया है।