ममता राज में भाजपा लगाएगी दुर्गा पूजा पंडालों में सेंध, अमित शाह करेंगे उद्घाटन

By Team MyNation  |  First Published Sep 14, 2019, 8:34 AM IST

राज्य में होने वाली दुर्गा पूजा में एक महीने से भी कम समय बचा है। लिहाजा इसके जरिए राजनैतिक दल राजनीति साधने जुट गए हैं। पूजा पंडालों में टीएमसी की खासी पकड़ मानी जाती है। लेकिन अब इसमें भाजपा ने सेंध लगा दी है। क्योंकि दक्षिण कोलकाता में ट्राइऐंगुलर पार्क स्थित फ्रैंड्स क्लब पूजा समिति ने केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पूजा के उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया है।

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा पंडालों के जरिए अभी तक अपनी राजनीति साधने वाली तृणमूल कांग्रेस के गढ़ में केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सेंध लगानी शुरू कर दी है। क्योंकि कोलकाता के दुर्गा पंडाल के उद्घाटन लिए आयोजकों ने अमित शाह को आमंत्रित किया है। जिसके बाद राज्य में राजनीति शुरू हो गई है। टीएमसी ने इसका विरोध किया है। अभी तक तक दुर्गा पूजा पंडालों में टीएमसी का एकाधिकार माना जाता था।

राज्य में होने वाली दुर्गा पूजा में एक महीने से भी कम समय बचा है। लिहाजा इसके जरिए राजनैतिक दल राजनीति साधने जुट गए हैं। पूजा पंडालों में टीएमसी की खासी पकड़ मानी जाती है। लेकिन अब इसमें भाजपा ने सेंध लगा दी है। क्योंकि दक्षिण कोलकाता में ट्राइऐंगुलर पार्क स्थित फ्रैंड्स क्लब पूजा समिति ने केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पूजा के उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया है।

हालांकि पूजा समिति के प्रवक्ता का कहना है कि “हम किसी भी राजनीतिक दल से नहीं जुड़े हैं, हमारा कोई भी राजनीतिक रंग नहीं है।” वह देश के गृहमंत्री हैं और अगर वह यहां आने के लिए अपनी सहमति देते हैं तो ये हम लोगों के लिए गर्व की बात होगी। हालांकि टीएमसी को भी इसमें राजनीति नजर आ रही है। टीएमसी अमित शाह के उद्घाटन कार्यक्रम का विरोध कर रही है।

टीएमसी नेता का कहना है कि इसके जरिए भाजपा राजनीति कर रही है। वहीं भाजपा नेता मुकुल राय टीएमसी के इस दावे से इत्तेफाक नहीं रखते हैं। उनका कहना है कि भाजपा राज्य में दुर्गा पूजा समारोहों में हस्तक्षेप नहीं कर रही है। अगर कोई आयोजक किसी को बुला रहा है तो आपको राजनीति क्यों दिखती है।

हालांकि टीएमसी नेता और एकडालिया एवरग्रीन दुर्गा पूजा कमेटी के संरक्षक सुब्रत मुखर्जी ने भाजपा पर दुर्गा पूजा त्योहार के राजनीतिकरण का आरोप लगाया है। गौरतलब है कि पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान ममता बनर्जी ने राज्य में भाजपा नेताओं के चुनाव प्रचार पर रोक लगा दी थी। जिसके बाद चुनाव में भाजपा ने 18 सीटों पर जीत दर्ज की थी।

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