भारतीय विदेश मंत्रालय द्वारा कड़ा विरोध जताए जाने के बाद ब्रिटेन ने पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के साथ आधिकारिक बैठक रद्द कर दी है। ब्रिटिश सरकार ने साफ कर दिया है कि कुरैशी के साथ बैठक की कोई योजना नहीं है और वह हमारे राजकीय अतिथि भी नहीं हैं।
पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ब्रिटेन के दौरे पर जा रहे हैं। पहले यह खबर आ रही थी कि वह ब्रिटेन के राजकीय अतिथि होंगे और उनके साथ विदेश मंत्री स्तर की आधिकारिक बैठक की जाएगी।
लेकिन इसपर भारतीय विदेश मंत्रालय ने कड़ा विरोध जताया था। पिछले सप्ताह ही विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बयान जारी करके कहा था कि 'हमने ब्रिटेश को कड़े शब्दों में अपना रूख बता दिया है कि उनके क्षेत्राधिकार और देश में भारत-विरोधी रैली और कॉन्फ्रेन्स नहीं होने चाहिए। हमें उम्मीद है कि ब्रिटिश सरकार इस पर गंभीरता के साथ विचार करेगी और ऐसी कोई कॉन्फ्रेन्स होने पर वह इसके खिलाफ कार्रवाई करेगी।'
भारत के इस रुख के बाद ब्रिटेन सरकार दबाव में आ गई और पाकिस्तानी विदेश मंत्री के साथ आधिकारिक बैठक रद्द कर दी गई।
ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक बयान जारी करके कहा है कि 'हमें जानकारी है कि पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी कुछ निजी कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के लिए लंदन आ रहे हैं। ब्रिटेन सरकार के साथ के साथ उनकी मुलाकात की कोई योजना नहीं है और न ही वह सरकार के अतिथि हैं।'
हालांकि कुरैशी निजी तौर पर ब्रिटेन में कश्मीर से जुड़े मुद्दों पर एक पर होने वाली एक बैठक में हिस्सा लेंगे। इसके अलावा मंगलवार को वहां के इंटरनैशनल होटल पार्क लेन में कश्मीर पर आयोजित की जाने वाली एक प्रदर्शनी में भी हिस्सा लेंगे।
लेकिन ब्रिटिश विदेश मंत्रालय के मुताबिक इन कार्यक्रमों से उनकी सरकार का कोई वास्ता नहीं है। यह दोनों ही कार्यक्रमों में पाकिस्तानी विदेश मंत्री अपनी निजी हैसियत में शामिल हो रहे हैं। अगर ब्रिटिश सांसद इसमें भाग लेना चाहें तो वह उनका निजी फैसला होगा।
यह दोनों ही कार्यक्रम ऑल-पार्टी पार्लियामेंट्री ग्रुप (APPG) के साथ मिलकर आयोजित किए जा रहे हैं।
पिछले दिनों पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने हुर्रियत नेता मीरवाइज उमर फारूक से बात की थी। जिसको लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव पैदा हो गया था।
दरअसल कश्मीर में पाक समर्थित आतंकवाद की कमर टूट रही है, जिसकी वजह से पाकिस्तान में बेचैनी है। इसलिए वह अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित करने के लिए तरह तरह के कार्यक्रमों का आयोजन करने की योजना बना रहा है।
लेकिन भारतीय विदेश मंत्रालय की त्वरित कार्यवाही से ब्रिटेन में पाकिस्तान की कश्मीर पर प्रोपगैंडा करने की योजना पर पानी फिर गया।