जहां राज्य में गहलोत सरकार और बागी सचिन पायलट के बीच लड़ाई कोर्ट में लड़ी जा रही है। वहीं अब बहुजन समाज पार्टी ने भी हाई कोर्ट का रुख करने का फैसला किया है। बसपा ने रविवार को एक व्हिप जारी किया है।
जयपुर। राजस्थान में जारी सियासी घटनाक्रम में राज्य की अशोक गहलोत सरकार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब राज्य में बहुजन समाज पार्टी ने कांग्रेस सरकार की मुश्किलों में इजाफा कर दिया है। जहां राज्य में गहलोत सरकार और बागी सचिन पायलट के बीच लड़ाई कोर्ट में लड़ी जा रही है। वहीं अब बहुजन समाज पार्टी ने भी हाई कोर्ट का रुख करने का फैसला किया है। बसपा ने रविवार को एक व्हिप जारी किया है और अब वह पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए छह विधायकों के खिलाफ कोर्ट में याचिका दायर करेगी।
असल में राज्य में पिछले साल बसपा के सभी छह विधायकों ने कांग्रेस का दामन थाम लिया था। जबकि बसपा राज्य में कांग्रेस सरकार को बाहर से समर्थन दे रही है। हालांकि इससे पहले भी बसपा के विधायकों ने कांग्रेस का दामन थामा था। लेकिन इस बार अब बसपा बागी विधायकों लेकर सख्त हो रही है और वह अब कांग्रेस में शामिल विधायकों के खिलाफ कोर्ट का रूख करेगी। पिछले साल सिंतबर में बसपा के सभी छह विधायकों ने स्पीकर सीपी जोशी को पत्र लिखकर विधायक दल का कांग्रेस में विलय कर लिया था।
इसके बाद राज्य में बसपा के छह विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने के बाद कांग्रेस ने बहुमत के लिए जरूरी 101 के आंकड़े को पार कर लिया था। हालांकि इसके बाद विधायकों का दलबदल से नाराज बसपा ने अशोक गहलोत पर तीखे हमले किए थे और कांग्रेस को धोखेबाज करार दिया था। क्योंकि इससे पहले गहलोत बसपा के विधायकों को कांग्रेस में शामिल करा चुके हैं। वहीं अब बसपा ने कांग्रेस में जा चुके विधायकों के लिए व्हिप जारी किया है। फिलहाल बसपा कांग्रेस को आसानी से नहीं छोड़ना चाहती है।