असल में अभी तक चिदंबरम सीबीआई के गेस्ट हाउस में हिरासत में रह रहे थे। यहां पर उन्हें सभी तरह की सुविधाएं मिल रही थी। लेकिन अब चिदंबरम को तिहाड़ में रहना पड़ेगा। हालांकि चिदंबरम के वकील भी उनकी उम्र का हवाला देकर उन्हें जेल नहीं भेजे जाने की गुजारिश कर रहे थे।
नई दिल्ली। कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री पी. चिदंबरम को आखिरकार तिहाड़ जेल जाना ही पड़ा। चिदंबरम कई बार अदालत से गुहार लगाते रहे कि उन्हें तिहाड़ न भेजा जाए। लेकिन कोर्ट ने उनकी गुजारिश को दरकिनार कर उन्हें 14 दिनों के लिए तिहाड़ जेल भेज ही दिया। अब उन्हें तिहाड़ में जेल नंबर-7 में रखा जाएगा। जहां उन्हें सोने के लिए एक तख्त और एक कंबल मिलेगा।
असल में अभी तक चिदंबरम सीबीआई के गेस्ट हाउस में हिरासत में रह रहे थे। यहां पर उन्हें सभी तरह की सुविधाएं मिल रही थी। लेकिन अब चिदंबरम को तिहाड़ में रहना पड़ेगा। हालांकि चिदंबरम के वकील भी उनकी उम्र का हवाला देकर उन्हें जेल नहीं भेजे जाने की गुजारिश कर रहे थे। लेकिन अदालत ने उनकी एक बात नहीं मानी।
हालांकि पहले ये कहा जा रहा था कि उन्हें तुगलक रोड थाने में भी रखा जा सकता है। चिदंबरम आर्थिक अपराधी के तौर पर पर जेल नंबर सात में रहेंगे। यहां पर आमतौर पर आर्थिक अपराधियों को ही रखा जाता है। अब तिहाड़ जेल में चिदंबरम को न तो एसी मिलेगा ना ही अच्छा खाना।
यहां पर उन्हें सोने के लिए एक लकड़ी का तख्त दिया जाएगा साथ ही ओढ़ने के लिए एक कंबल जेल प्रशासन की तरफ से दिया जाएगा। जबकि अभी तक सीबीआई की हिरासत में उन्हें एसी की सुविधा के साथ ही अच्छा खाना मिल रहा था। अब देश के गृहमंत्री रह चुके चिदंबरम को जेल मैनुअल के मुताबिक सुविधाएं दी जाएंगी।
ये मिलेगा खाना
चिदंबरम को तिहाड़ की जेल नंबर सात में रखा जाएगा। यहां पर आमतौर पर आर्थिक अपराधियों और छेड़छाड़ करने वाले कैदियों को रखा जाता है। अब चिंदबरम को घर का खाना नहीं मिलेगा। उन्होंने जेल के नियमों के मुताबिक ही खाना दिया जाएगा। चिदंबरम को दोपहर और रात के खाने में अन्य कैदियों की तरह एक कटोरी दाल, एक सब्जी और 4-5 रोटियां दी जाएंगी। हालांकि चिदंबरम अपने घर के कपड़े जेल में पहन सकते हैं।