असल में चीन लद्दाख में भारत से मात खा चुका है और वह भारतीय जवानों की लगातार निगरानी से परेशान हो गया है।लिहाजा चीन ने इसके लिए नया पैतरा आजमाया है। ये उसनें 1962 के युद्ध के दौरान भी आजमाया था।
नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास जारी तनाव के बीच चीन की ड्रर्टी गेम जारी है। लद्दाख पर भारतीय सेना से मात खा चुका चुना अब नया पैंतरा अपना रहा है। चीन ने अब नई चाल के तहत अपने अग्रिम पोस्ट पर लाउडस्पीकर लगाए हैं और वह उसमें पंजाबी गाने बजा रहा है। इसके जरिए वह भारतीय सैनिकों पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाना चाहता है। बताया जा रहा है कि चीन ने फिंगर 4 पर अपनी जिन फ्रंट चौकियों पंजाबी गाने बजा रहा है वह भारतीय सेना की 24 घंटे निगरानी में है।
असल में चीन लद्दाख में भारत से मात खा चुका है और वह भारतीय जवानों की लगातार निगरानी से परेशान हो गया है।लिहाजा चीन ने इसके लिए नया पैतरा आजमाया है। ये उसनें 1962 के युद्ध के दौरान भी आजमाया था। वह सीमा पर लाउडस्पीकर लगाकर ध्यान भटकाने के लिए पंजाबी गाने बजा रहा है। जानकारी के मुताबिक ये वही जगह है जहां सितंबर तक दोनों देशों के सेनाओं के बीच करीब 100 राउंड हवाई फायरिंग हो चुकी है। जानकाररों के मुताबिक चीन ने यही पैतरा 1962 में अपनाया था।
बताया जा रहा है कि 29-30 अगस्त को लद्दाख के पैंगोंग झील के दक्षिणी तट पर चीनी सेना पहले टैंक और बख्तरबंद सैन्य वाहन लेकर आई थी। असल पीएलएको लगा था कि भारत डर जाएगा और पोस्ट को खाली कर देगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और भारत के जवान डटे रहे। भारतीय सेना ने पहले ही साफ कर दिया था कि अगर चीन ने सीमा को पार किया तो उसका मुंहतोड़ जवाब भारतीय सेना देगी।
जानकारी के मुताबिक चीन ने चीनी सेना के मोल्डो सैन्य चौकी पर भी लाउडस्पीकर लगाए गए हैं। इसके जरिए वह भारतीय सैनिकों को भड़काने का काम कर रहा है। चीन भारत के सैनिकों पर मनौवैज्ञानिक दबाव बनाने का काम कर रहा है। कड़ाके की ठंड में इतनी ऊंचाई पर भारतीय जवान डटे हुए हैं और इसको देखकर चीन परेशान है। पिछले दिनों ही लद्दाख के दक्षिणी पैंगोंग की ऊंचाई वाली चोटी पर कब्जा करने की चीन ने साजिश की थी, लेकिन भारतीय सैनिकों ने चीन के कायर सैनिकों को खदेड़ दिया था। जिसके बाद चीन बौखला गया है।